IMD Rain Alert: हरियाणा-पंजाब-राजस्थान समेत 26 राज्यों में आज हाहाकार मचाएगी बारिश, असम में बाढ़ ने बरपाया कहर; इस राज्य में स्कूल-कॉलेज बंद
Monsoon Rain Alert: मानसून ने अपने निर्धारित समय से छह दिन पहले 2 जुलाई को पूरे देश को कवर कर लिया है। राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।
Jul 4, 2024, 08:34 IST
Imd Rain Alert: मानसून ने अपने निर्धारित समय से छह दिन पहले 2 जुलाई को पूरे देश को कवर कर लिया है। राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। पूर्वोत्तर में स्थिति और भी खराब है। असम और मणिपुर में बाढ़ ने कहर बरपाया है। मणिपुर में स्कूल और कॉलेज गुरुवार तक बंद कर दिए गए हैं। नागालैंड में पिछले कुछ दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, नगालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 7 जुलाई तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3 और 4 जुलाई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 4 से 6 जुलाई के दौरान नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 5 से 7 जुलाई के दौरान मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान हरियाणा, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि भौगोलिक कारकों के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि चीन, भूटान और अरुणाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण असम में बाढ़ आई है जो राज्य के नियंत्रण से बाहर है। पूर्वोत्तर राज्य असम में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। असम में स्थिति बेहद गंभीर है और राज्य के 27 जिलों में 16.25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र सहित राज्य की सभी नदियां उफान पर हैं। बारपेटा, कछार, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट और कामरूप सहित राज्य के 28 जिले बाढ़ की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। लखीमपुर जिले में बाढ़ से 1.65 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
काजीरंगा पार्क, बुनियादी ढांचे को नुकसान तटबंधों, सड़कों, पुलों और अन्य संरचनाओं को नुकसान। अभी तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपातकालीन सेवाओं और वायु सेना की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। तीन लाख लोगों ने विभिन्न जिलों में 490 राहत शिविरों में शरण ली है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। अब तक 167 वन्यजीव शिविर जलमग्न हो चुके हैं। आठ शिविर खाली कर दिए गए हैं। काजीरंगा में 11 जानवर डूब गए हैं, जबकि 65 को बचा लिया गया है।
अरुणाचल प्रदेश में प्रमुख नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे 60,000 लोग प्रभावित हो रहे हैं। नामसाई, लोहित, चांगलांग और पूर्वी सियांग जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बाढ़ ने राज्य में 60,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने को कहा है। मणिपुर के इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व जिलों में बारिश के कारण दो बड़े तटबंध टूटने के बाद बाढ़ आ गई। बाढ़ का पानी कई आवासीय क्षेत्रों में घुस गया। भारत-म्यांमार सड़क का लगभग तीन किलोमीटर हिस्सा जलमग्न हो गया है और एक हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
देश के कई राज्यों में भारी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले कुछ दिनों के दौरान हरियाणा, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तरी ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड-असम में आज बारिश का अलर्ट असम और उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना है और दोनों राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, भारी बारिश होने की भी संभावना है
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, नगालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 7 जुलाई तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3 और 4 जुलाई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 4 से 6 जुलाई के दौरान नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 5 से 7 जुलाई के दौरान मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान हरियाणा, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि भौगोलिक कारकों के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि चीन, भूटान और अरुणाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण असम में बाढ़ आई है जो राज्य के नियंत्रण से बाहर है। पूर्वोत्तर राज्य असम में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। असम में स्थिति बेहद गंभीर है और राज्य के 27 जिलों में 16.25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र सहित राज्य की सभी नदियां उफान पर हैं। बारपेटा, कछार, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट और कामरूप सहित राज्य के 28 जिले बाढ़ की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। लखीमपुर जिले में बाढ़ से 1.65 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
काजीरंगा पार्क, बुनियादी ढांचे को नुकसान तटबंधों, सड़कों, पुलों और अन्य संरचनाओं को नुकसान। अभी तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपातकालीन सेवाओं और वायु सेना की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। तीन लाख लोगों ने विभिन्न जिलों में 490 राहत शिविरों में शरण ली है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। अब तक 167 वन्यजीव शिविर जलमग्न हो चुके हैं। आठ शिविर खाली कर दिए गए हैं। काजीरंगा में 11 जानवर डूब गए हैं, जबकि 65 को बचा लिया गया है।
अरुणाचल प्रदेश में प्रमुख नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे 60,000 लोग प्रभावित हो रहे हैं। नामसाई, लोहित, चांगलांग और पूर्वी सियांग जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बाढ़ ने राज्य में 60,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने को कहा है। मणिपुर के इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व जिलों में बारिश के कारण दो बड़े तटबंध टूटने के बाद बाढ़ आ गई। बाढ़ का पानी कई आवासीय क्षेत्रों में घुस गया। भारत-म्यांमार सड़क का लगभग तीन किलोमीटर हिस्सा जलमग्न हो गया है और एक हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
देश के कई राज्यों में भारी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले कुछ दिनों के दौरान हरियाणा, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तरी ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड-असम में आज बारिश का अलर्ट असम और उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना है और दोनों राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, भारी बारिश होने की भी संभावना है
लेह जा रहे एक टैंकर के कारण पुल के एक हिस्से को पहुंचा नुकसान
केलांग (लाहौल-स्पीति)। सरचू में बैली ब्रिज को नुकसान होने से मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही 19 घंटे तक रुकी रही। बुधवार शाम करीब 4:00 बजे सीमा सड़क संगठन ने पुल को दुरूस्त कर दोनों तरफ रोके गए वाहनों को गंतव्य की तरफ रवाना किया। सरचू के पास बीआरओ का बैली ब्रिज मंगलवार रात करीब 9:00 क्षतिग्रस्त हो गया। सीमा सड़क संगठन ने पुल की मरम्मत को देखते हुए वाहनों को आवाजाही को रोक दिया। इस कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।
केलांग (लाहौल-स्पीति)। सरचू में बैली ब्रिज को नुकसान होने से मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही 19 घंटे तक रुकी रही। बुधवार शाम करीब 4:00 बजे सीमा सड़क संगठन ने पुल को दुरूस्त कर दोनों तरफ रोके गए वाहनों को गंतव्य की तरफ रवाना किया। सरचू के पास बीआरओ का बैली ब्रिज मंगलवार रात करीब 9:00 क्षतिग्रस्त हो गया। सीमा सड़क संगठन ने पुल की मरम्मत को देखते हुए वाहनों को आवाजाही को रोक दिया। इस कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।