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Haryana Weather Update: हरियाणा के 6 शहरों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें मौसम विभाग का ताजा अपडेट 

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य के अन्य जिलों में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
 
हरियाणा के 6 शहरों में भारी बारिश का अलर्ट
Haryana Weather Update: राज्य में आज भी बारिश होने की संभावना है। मानसून की हवाएँ सक्रिय हैं। महेंद्रगढ़, नारनौल, रेवाड़ी, मेवात, पलवल और यमुनानगर में आज बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

आंकड़ों के अनुसार, अभी तक सबसे ज्यादा 186.5 मिमी बारिश चरखी दादरी में दर्ज की गई है। गुरुवार को महेंद्रगढ़, हिसार, गुरुग्राम, रोहतक, चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र, पंचकूला, रेवाड़ी, रोहतक में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।

विभाग के अनुसार, राज्य में अगस्त में अब तक 37 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। आम तौर पर, राज्य में आठ दिनों में 44 मिमी बारिश होती है, लेकिन अब तक 60.2 मिमी बारिश हुई है। जून से अगस्त तक राज्य में 29 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।

हरियाणा में आज का तापमान

हरियाणा में आज न्यूनतम तापमान 27.09 डिग्री रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पूरे दिन हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है, अधिकतम तापमान 31.88 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हरियाणा में कल न्यूनतम तापमान 28.18 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 35.64 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता 64 प्रतिशत दर्ज की गई।

इन जिलों में आज बारिश होने की संभावना है

मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पलवल जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य के अन्य जिलों में भी भारी बारिश होने की संभावना है।

राज्य में लगातार बारिश फसलों के लिए अच्छी है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि वे कपास की फसल में पानी जमा न होने दें क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है। खेत में पानी की उचित निकासी की जानी चाहिए।

पांच साल में सबसे कम बारिश

यह पिछले पांच वर्षों में हरियाणा में दर्ज की गई सबसे कम वर्षा है। 2018 में यहां 549 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। पाइपों के माध्यम से पानी पंप करना पड़ता है।