Business Idea: करें इसकी खेती, किसानों को होगा डबल मुनाफा!
Pumpkin Farming: किसान विशाल क्षेत्रों में चावल के बजाय कद्दू उगाकर लाभ कमा रहे हैं। इस मीठे कद्दू की खेती दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कई क्षेत्र कद्दू की बेलों से आच्छादित हैं। विभिन्न आकार के कद्दू गहरे हरे पत्तों के नीचे से झाँक रहे हैं। इस खेत में गांव के सैकड़ों परिवार करीब 8 से 10 साल से कद्दू की खेती कर रहे हैं.
दक्षिण दिनाजपुर जिले के विशाल क्षेत्र में किसान कद्दू की खेती में आत्मनिर्भरता का सपना देख रहे हैं। लाभदायक फसल होने के कारण चारला मंडल के लोग दिन-ब-दिन मीठे कद्दू की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। बोल्ला ग्राम पंचायत, बोल्ला ग्राम पंचायत इस सीजन में सैकड़ों हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र में मीठा कद्दू उगा रही है। आज किसान विषमुक्त कद्दू की खेती कर आत्मनिर्भर हैं।
किसानों को पता चला है कि वे अपने खेतों में धान की जगह मीठा कद्दू आसानी से उगा सकते हैं। यदि मौसम अनुकूल रहा तो वे चरागाहों में मीठे कद्दू उगाते हैं और साल में डेढ़ से दो लाख रुपये का मुनाफा कमाते हैं। कद्दू की बिक्री से होने वाली आय से उनके परिवार और बच्चों की शिक्षा का खर्च चलता है।
स्थानीय किसानों के मुताबिक धान की जगह कद्दू की खेती आम किसानों के लिए फायदेमंद है. धान की खेती पर निर्भर रहने वाली कृषि भूमि में कद्दू की खेती से किसानों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इन सब्जियों को उगाने में कम लागत के कारण मुनाफा अधिक होने से किसानों की आर्थिक स्थिति में दिन-ब-दिन सुधार हो रहा है।
इस क्षेत्र में उत्पादित कद्दू की आपूर्ति पड़ोसी जिलों में की जाती है। दक्षिण दिनाजपुर जिले के विशाल क्षेत्रों में मीठे कद्दू की खेती दिन-ब-दिन लोकप्रिय होती जा रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लाभ लागत से अधिक है।