जींद के किसानों ने फिर भरी हुंकार, किसान सम्मान निधि सालाना 15000 रुपए करने हेतु प्रधानमंत्री से की मांग
जींद के किसानों ने एक बार फिर से हुंकार भरते हुए प्रधानमंत्री से मांग की है कि किसान सम्मान निधि को बढ़ाकर प्रतिवर्ष 15000 रुपए किया जाए। इस दौरान सर्वजातीय खाप पंचायत के राष्ट्रीय संयोजक जनकल्याण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी टेकराम कंडेला ने कहा की केंद्र सरकार द्वारा जो प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना चलाई गई है यह किसानों के लिए सराहनीय कदम है परंतु खेती बाड़ी पर खर्च अधिक होने होने के कारण किसान खेती छोड़ने के लिए मजबूर हो रहा है
इसलिए किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए किसान सम्मन निधि को बढ़ाकर ₹15000 सालाना किया जाए श्री कंडेला ने कहा है कि किसान प्राकृतिक व मोटी खेती को अपनाना शुरू करें व केंद्र सरकार मोटी फसलों पर एमएसपी पर ज्यादा भाव दिया जाए ताकि मोटी फसलों की तरफ किसानों का रुझान बड़े उन्होंने एक देश एक चुनाव पर बोलते हुए कहा है कि सभी चुनाव एक समय पर होने चाहिए ताकि अतिरिक्त भोज से बचा जा सके श्री कंडेला ने अपने जन कल्याण मंच को मजबूत करने के लिए कई प्रदेश व जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है
शक्ति सिंह को उत्तर प्रदेश, कृष्ण शर्मा दिल्ली, जगदीश गोयल चंडीगढ़, प्रवेश बामल मध्य प्रदेश, अनिल बेनीवाल गुजरात, रामप्रसाद बिहार ,बग्गा सिंह पंजाब, सुरेश भावी राजस्थान, सभी को राज्यों के अध्यक्ष नियुक्त किया हैं जोगिंदर रोहतक, राकेश जैलदार हिसार, सुल्तान सिंह मलिक करनाल ,संजय उर्फ छंगा राम झज्जर,रामफल ढिल्लों फतेहाबाद को जिला के अध्यक्ष नियुक्त किया गया है
रामकुमार नैन, पंडित सतबीर शर्मा, महावीर सिंह ढांडा ,सुरेश रेढू,राकेश तलोडा ,रघबीर उर्फ भोपल, हुकम सिंह रेढू ,बंटी अंबाला, योगराज थुराना,अशोक मोहाली, मदनलाल मित्तल, दीपक झुडंला, सभी को राज्य की कार्यकारिणी में शामिल किया गया है श्री कंडेला ने अपने राष्ट्रीय मुख्यालय पर बोलते हुए कहा है कि किसानों व सामाजिक मुद्दों को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय मुख्यालय कंडेला में सभी पदाधिकारीयों की एक मीटिंग बुलाई जाएगी और बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी श्री कंडेला आज पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उनके साथ पंचायती प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभेराम कंडेला, किसान यूनियन प्रधान भेदू कंडेला, सुरेश पूनिया, रणधीर कंडेला ,फकीरिया रेढू, काला कंडेला आदि साथ थे