गर्मी के मौसम में पशुओं को खिलाएं यह चारा ,बाल्टी भर भर के देगी दूध

इस समय प्रतिदिन बढ़ते तापमान की वजह से पशुओं को हरे चारे की भी कमी आ जाती है यदि आप भी पशुपालक हैं तो अपने पशुओं को हरे चारे के रूप में वरसीम खिलाएं । आजकल पशुपालन रोजगार का बहुत अच्छा साधन है। हमारे देश में ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन बहुत अच्छा आय का स्त्रोत हैं । जिस तरह इस समय तापमान में बढ़ोतरी हो रही है पशुओं को हरे चारे की समस्या का सामना भी करना पड़ता है।गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण दूध के उत्पादन में कमी होती है । इस समय पशुओं को हरे चारे के लिए बरसीम काफी मात्रा में मिलता है। वरसीम पशुओं के लिए पौष्टिक होने के साथ-साथ दूध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होती है लगातार पशुओं को बरसीम खिलाने से गर्मी के मौसम में दूध उत्पादन में कमी नही होती । गर्मी के मौसम में पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक भोजन खिलाने की काफी जरूरत है और ऐसे में किसान को ज्यादा लाभ मिलेगा। इस समय बरसीम की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. क्योंकि गर्मी में पशुपालक दूध उत्पादन बढ़ाने की चाहत रखता है. इस समय पशुपालक को दूध के भाव अधिक मिल जाते है । इस चारे की सही ढंग से सिंचाई की पर इसकी कटाई नवंबर से अप्रैल तक चार से छह बार की जा सकती है। बरसीम पशुओं के बहुत ही पौष्टिक सर्वोत्तम मीठा भोजन है ।
पशुओं को इस तरह खिलाए बरसीम
तापमान बढ़ाने के साथ-साथ पशुओं में दूध देने की क्षमता में भी कमी आ जाती है पशु ऑन के दूध देने की क्षमता को कम ना हो इसके लिए पशुओं को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा देना बहुत जरूरी है इस समय वरसीम काफी अच्छा हरा चारा हैं जो अप्रैल तक पशुओं को मिल सकता है पशुओं में दूध के उत्पादन बढ़ाने के लिए बरसीम चारा काफी मददगार है. इसको काटकर भूसे में मिलाकर देना काफी फायदेमंद है. प्रतिदिन 5 किलो भूसे के साथ 1.5 किलो बरसीम घास मिलाकर पशुओं को खिलाना बेहतर माना जाता है . यह चारा काफी पोषक गुणों से भरपूर होने के साथ ही , पशुओं को लगातार बरसीम खिलाने से उनका दूध बढ़ जाता है। और पशुओं का स्वास्थ भी ठीक रहता है.