ज्यादा पैदावार देने वाली कपास की पांच किस्मे .जानिए इन पांच किसमो के बारे में
Five varieties of cotton giving high yield. Know about these five varieties
किसान भाइयों पिछले वर्ष नरमा या बीटी कपास में गुलाबी सुंडी और सफेद मच्छर का प्रभाव ज्यादा देखा गया था के किसानों की फसलों को नुकसान हुआ बीटी कपास से होने वाली बीमारियों को देखते हुए किसानों का ध्यान देसी कपास की ओर ज्यादा बढ़ रहा है 2024 में देसी कपास के पांच किस्मे बीटी कपास की अपेक्षा देसी कपास में रोग भी कम लगते हैं देसी कपास की कीमत बीटी कपास की कीमत से ज्यादा होती है पिछले साल बीटी कपास का भाव 9000और देसी कपास का भाव 9500 प्रति क्विंटल था
देसी कपास की पांच किस्मे
बाजार में देसी कपास की कई किस्में हैं और कुछ पुरानी किस में भी है जो किसानों को ज्यादा पसंद आती है कपास उगाने वाले किसानों को Kr 64 जैसी किस्म को ही जानते हैं
लेकिन देसी कपास की पांच ऐसी किस्मे है जो इनसे भी आगे हैं
K r_121 देसी कपास
यह कपास शक्ति वर्धक सीड्स कंपनी द्वारा तैयार की गई स्वदेशी कपास की किस्म है इस बीज में रोग प्रतिरोध क्षमता बहुत ज्यादा होती है इसलिए इस किस्म में रोग कम आता है यह किस्म एम 15 से 17 क्विंटल प्रति एकड़ में आसानी से हो जाती है
HD 432 किस्म
यह किस एम चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में तैयार की गई है इस किस्म के पौधे ज्यादा मजबूत होते हैं और यह खिलने के बाद भी नीचे नहीं गिरती उच्च क्वालिटी का फाइबर पाया जाता है यह फसल 160 से 70 दिनों में पककर तैयार हो जाती है इनकी उपज 15 से 16 कविटलप्रति एकड़ के हिसाब से होती है
HD 123 देसी कपास
यह कपास भी चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार की किस्म है उनके पौधे की ऊंचाई 150 सेंटीमीटर तथा तने का आकार गोलाकार होता है इसका कपास को पकाने में 165 से 170 दिन लगते हैं यह 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से होती है यह किसम फसल चक्र के लिए सबसे बेस्ट मानी गई है
HD 324 देसी कपास
यह कपास भी चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार से तैयार की गई है इसकी बुवाई मार्च के अंत में अप्रैल के पहले सप्ताह में ही अच्छी मानी गई है यह फसल 170 से 180 दिन में पक्क कर तैयार हो जाती है यह 9 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से होती है
RG 8 देसी कपास
यह किस्म हल्की मिट्टी और मध्य मिट्टी के लिए उपयुक्त मानी जाती है इनमें टिंडे का आकार अंडाकार और पौधा मध्यम ऊंचाई का होता है इनके पते छोटे और हल्के हरे रंग के होते हैं इनमें पौधे की ऊंचाई 65 से 135 सेंटीमीटर तक होती है इस फसल को पकाने में 190 से 200 दिन लग जाते हैं