Garlic Price Hike: मानसून में रॉकेट की स्पीड से बढ़ सकता है लहसुन का भाव! देखें रिपोर्ट
Garlic Price News: पिछले साल के आखिर में लहसुन की कीमत में बड़ा उछाल आया था. पिछले साल टमाटर, प्याज और आलू का बोलबाला था। पिछले साल अगस्त में कीमतों में बढ़ोतरी ने आम आदमी को चौंका दिया था. अब मानसून की पृष्ठभूमि में लहसुन ने एक बार फिर सिर उठाया है। नवी मुंबई की बाजार समिति में इसकी कीमत 85 रुपये से 210 रुपये प्रति किलोग्राम है। पिछले साल के अंत में लहसुन की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी. इस साल भी सीजन की शुरुआत से ही रेट बढ़ने लगे।
यह पिछले साल से दोगुनी कीमत है:
पिछले साल जून की शुरुआत में बाजार समिति में एक किलो लहसुन 40 से 65 रुपये तक बिका था. इस साल यही रेट 85 से बढ़कर 210 रुपये हो गया है. खुदरा बाजार में लहसुन 280 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. लहसुन का मौसम हर साल जनवरी में शुरू होता है। जून तक लहसुन के दाम कम हो रहे हैं. लेकिन इस साल के शुरुआत से ही लहसुन के भावों में तेजी आ गई थी. राज्य की सभी बाजार समितियों में इसकी कीमत 80 से 230 रुपये प्रति किलो है. मुंबई मार्केट कमेटी में भी पिछले साल जून के मुकाबले बाजार में कीमतें दोगुनी हो गई हैं.
लहसुन की कीमत बढ़ने का क्या कारण है?
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह अंतर लहसुन के उत्पादन में कमी के कारण है। व्यापारियों को दिवाली के मौके पर कीमतों में कुछ कमी की उम्मीद है. इसके अलावा दूसरी सब्जियां भी महंगी होने लगी और उपभोक्ताओं की जेब पर इसका सीधा असर देखने को मिला. केंद्र सरकार को इस संबंध में जल्द कदम उठाना चाहिए. इस समय देश में महंगाई का ग्राफ बहुत ऊंचा है. केंद्र सरकार ने समय-समय पर हस्तक्षेप करने की कोशिश की। लेकिन तवाराना ने सरकार के प्रयासों में बाधा डाली है.
दिसंबर में कीमत 400 रु:
दिसंबर 2023 में लहसुन 400 रुपए तक पहुंच गया। उस समय खराब मौसम और असामयिक बारिश से काफी नुकसान हुआ था. दिवाली के बाद लहसुन का भाव 200-250 किलो के बीच है. दिसंबर माह में यह कीमत 350-400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी. इस जनवरी में आयात में उछाल के बाद ये कीमतें नीचे आई हैं। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का मौसम नजदीक आने से कीमतें बढ़ने की संभावना है।