Aaj Ka mousam: पश्चिमी विक्षोभ से हरियाणा के इन जिलों में जमकर बारिश, देखें आज कहां कहां होगी बारिश ?
हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को देखा गया। हालांकि, कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
Apr 20, 2024, 06:06 IST
Haryana Weather Update: हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ का असर लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को देखा गया। हालांकि, कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, 20 अप्रैल को इसके प्रभाव से कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी और बादल छाए रहेंगे।
मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र भी बना था। नतीजतन, इसका प्रभाव पंजाब से सटे जिलों में देखा गया। पूर्व से भी नमी थी। अंबाला और यमुनानगर जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं।
अंबाला में 6.0 मिमी, करनाल में 8.0 मिमी, यमुनानगर में 4.0 मिमी और कुरुक्षेत्र में 3.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। दूसरी ओर, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के जिलों और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। न्यूनतम तापमान 16.0 और 23.0 डिग्री सेल्सियस के बीच और अधिकतम तापमान 33.0 और 39.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में एक बार फिर गिरावट आएगी।
गेहूं की खरीद और कटाई अगले एक-दो दिनों तक बाधित रहने की संभावना है। कुरुक्षेत्र और करनाल को छोड़कर बाकी जिलों में सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर में, अन्य जिलों के साथ कुरुक्षेत्र और करनाल में मौसम ने एक मोड़ ले लिया। तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदा-बांदी के कारण मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया।
करनाल, अंबाला और पानीपत के कुछ इलाकों में भी ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को व्यापक नुकसान होने की आशंका है। पानीपत में शुक्रवार दोपहर अचानक आसमान में बादल छा गए। महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। इसराणा क्षेत्र में भारी बारिश हुई। ऐसे में मंडियों में पड़े लगभग चार लाख गेहूं के गुच्छे भीग गए। वहीं, खेतों में गेहूं की कटाई बंद हो गई है। मंडियों में गेहूं की खरीद भी रोक दी गई है।
कुरुक्षेत्र में भी दोपहर में आसमान में बादल छाए रहे और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने से धूल भरी आंधी चली। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं।
करनाल और अंबाला में मौसम की स्थिति में बदलाव ने भी दोपहर में किसानों की चिंता बढ़ा दी। जिले के कई इलाकों में तेज हवाएं और बारिश हुई। करनाल के इंद्री शहर और अंबाला के मुलाना में ओलावृष्टि हुई है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। कैथल और यमुनानगर में भी बारिश के कारण मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं डूबा हुआ है। इसके कारण अगले कुछ दिनों तक गेहूं की खरीद और कटाई बाधित होने की संभावना है।
पुंडरी में 10 मिनट तक ओलावृष्टि, मंडी में नुकसान कैथल जिले में शुक्रवार को कैथल शहर के कुछ इलाकों में कुछ मिनटों के लिए हल्की बारिश हुई। वहीं पुंडरी में 10 मिनट तक बारिश हुई। इसकी वजह से बाजार में नुकसान होने की संभावना है। एक तरफ पुंडरी में बारिश से अनाज मंडी में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। वहीं खेतों में खड़ी फसल की कटाई में भी अब देरी होगी।
मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र भी बना था। नतीजतन, इसका प्रभाव पंजाब से सटे जिलों में देखा गया। पूर्व से भी नमी थी। अंबाला और यमुनानगर जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं।
अंबाला में 6.0 मिमी, करनाल में 8.0 मिमी, यमुनानगर में 4.0 मिमी और कुरुक्षेत्र में 3.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। दूसरी ओर, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के जिलों और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। न्यूनतम तापमान 16.0 और 23.0 डिग्री सेल्सियस के बीच और अधिकतम तापमान 33.0 और 39.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में एक बार फिर गिरावट आएगी।
गेहूं की खरीद और कटाई अगले एक-दो दिनों तक बाधित रहने की संभावना है। कुरुक्षेत्र और करनाल को छोड़कर बाकी जिलों में सुबह से ही बादल छाए रहे। दोपहर में, अन्य जिलों के साथ कुरुक्षेत्र और करनाल में मौसम ने एक मोड़ ले लिया। तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदा-बांदी के कारण मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया।
करनाल, अंबाला और पानीपत के कुछ इलाकों में भी ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को व्यापक नुकसान होने की आशंका है। पानीपत में शुक्रवार दोपहर अचानक आसमान में बादल छा गए। महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। इसराणा क्षेत्र में भारी बारिश हुई। ऐसे में मंडियों में पड़े लगभग चार लाख गेहूं के गुच्छे भीग गए। वहीं, खेतों में गेहूं की कटाई बंद हो गई है। मंडियों में गेहूं की खरीद भी रोक दी गई है।
कुरुक्षेत्र में भी दोपहर में आसमान में बादल छाए रहे और 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने से धूल भरी आंधी चली। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं।
करनाल और अंबाला में मौसम की स्थिति में बदलाव ने भी दोपहर में किसानों की चिंता बढ़ा दी। जिले के कई इलाकों में तेज हवाएं और बारिश हुई। करनाल के इंद्री शहर और अंबाला के मुलाना में ओलावृष्टि हुई है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। कैथल और यमुनानगर में भी बारिश के कारण मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं डूबा हुआ है। इसके कारण अगले कुछ दिनों तक गेहूं की खरीद और कटाई बाधित होने की संभावना है।
पुंडरी में 10 मिनट तक ओलावृष्टि, मंडी में नुकसान कैथल जिले में शुक्रवार को कैथल शहर के कुछ इलाकों में कुछ मिनटों के लिए हल्की बारिश हुई। वहीं पुंडरी में 10 मिनट तक बारिश हुई। इसकी वजह से बाजार में नुकसान होने की संभावना है। एक तरफ पुंडरी में बारिश से अनाज मंडी में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। वहीं खेतों में खड़ी फसल की कटाई में भी अब देरी होगी।