India H1

अगर आप भी कर रहे हैं जीरी की नर्सरी तैयार तो प्रचंड गर्मी से बचाव के लिए रखें खास बात का ध्यान
 

अगर आप भी कर रहे हैं जीरी की नर्सरी तैयार तो प्रचंड गर्मी से बचाव के लिए रखें खास बात का ध्यान
 
 
जीरी की नर्सरी

अगर बात करें तो इस साल 25 मई को नौतपा शुरू हो गया था जिसका समापन 2 जून को होने वाला हे नौतपा के दिनों में सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी से टकराती  है। जिसके चलते लोगों को तेज धूप और भीषण गर्मी का सामना करना पड रहा हे  डॉ एनसी त्रिपाठी ने बताया कि नौतपा के दिनों में अगर धान की पौध तेयार करते हे तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ।

कृषि वैज्ञानिकों के बताने के मुताबिक 
धान का बिज डालने से पहले खेत को अच्छी तरह से जोत कर तेयार कर ले ओर  मिट्टी को भुरभुरा कर ले ओर लास्ट जुताई के समय 2 किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से ट्राइकोडर्मा डालकर भूमि मे अच्छी तरह मिला दे उसके बाद एक मीटर की चौड़ाई रखकर क्यारियां बना ले  किसान क्यारी की लंबाई अपने हिसाब से रख सकते है। क्यारी बनाकर पौध की बुवाई करने से पानी की लागत कम होती हे साथ ही किसान क्यारी मे बनी  मेड़ पर बैठकर खरपतवार की भी खुदाई कर सकते है क्योंकि पौधे  खराब न हो 

अपने खेत को अच्छी तरह से तैयार करने के बाद साथ ही साथ धान की किस्म का चयन करना बहूत जरूरी है किसान अपने क्षेत्र के अनुसार ही किस्मों का  चयन करें अगर आप 15 एकड के अंदर धान की रोपाई करने के लिए एक एकड मे पौध की बुवाई कर ले 

अगर आप भी खेत की अंतिम जुताई के वक्त गोबर की सड़ी हुई खाद ओर साथ ही वर्मी कंपोस्ट या फिर डीएपी मिलाकर खेत मे अच्छी तरह मिला दे ओर जोत कर समतल कर दे नर्सरी तैयार करने के लिए 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र में 10 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद, 10 किलो डीएपी, 2.5 किलोग्राम जिंक सल्फेट को जुताई कर मिट्टी में मिला दे  इसके बाद 10 किलो यूरिया का छिड़काव कर दे जिससे पौधों को नाइट्रोजन मिले ओर हरापन बना रहे  ताकी पौध रोपाई के लिए जल्दी तैयार हो जाऐ


धान की रोपाई करने से पहले बीज को उपचार करना बहूत जरुरी हे अगर आपने भी सर्टिफाइड कंपनी से बीज खरीदा हे तो उसको पानी में भिगो दे पानी में ही प्रति 1 किलो बीज के हिसाब से ढाई ग्राम कार्बेंडाजिम भी मिला दें. बीज को 24 घंटे तक पानी में भिगोए रखे के बाद उसको पानी से बाहर निकाल कर कपडे की बोरी या फिर पराली से ढक दे ढकने के बाद जब हल्का सा जर्मिनेशन होने लगे तो तैयार किए हुए खेत में पानी भरकर धान के बीज को छीडक दे


जब भी धान की पौध का अच्छी तरह जर्मिनेशन होने लगे उसी टाईम उसमे दोबारा से पानी लगा दे पानी लगाते समय ध्यान रहे कि शाम के समय ही पानी को लगाया जाए. क्योंकि दिन में पानी लगाने से धूप की वजह से पानी गर्म होगा जिससे धान की पौधे के नाजुक अंकुर जल कर खराब हो  सकते है।