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IMD Weather Alert Haryana: हरियाणा में मानसून हुआ कमजोर, जानिए कब होगी बारिश 

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Haryana Weather Forecast: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार हरियाणा में सामान्य से 41 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 जून से राज्य में सामान्य से 43 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों ने इस बार और बारिश होने की भविष्यवाणी की है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, इसका मुख्य कारण मानसून गर्त (कम दबाव क्षेत्र की रेखा) की सामान्य स्थिति का अभाव और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाले क्षेत्रों का गठन है।

मानसून हुआ कमजोर:
इससे पहले मानसून हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में आया था, लेकिन तब से यह कमजोर बना हुआ है। क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, अच्छी बारिश के पीछे मानसून टर्फ की बड़ी भूमिका होती है, क्योंकि यह रेखा यहाँ से गुजरती है, उन क्षेत्रों में अच्छी बारिश होती है। इस बार मानसून की गर्त ज्यादातर राजस्थान के ऊपर थी। यही कारण है कि राजस्थान में इस बार अच्छी बारिश हुई है।

सामान्य से कम बारिश:
तीन जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में इस महीने सामान्य से कम बारिश हुई है। सामान्य से अधिक वर्षा प्राप्त करने वाले तीन जिले महेंद्रगढ़, नूंह और फतेहाबाद हैं। महेंद्रगढ़ में सामान्य से 35 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। रोहतक में सामान्य से 70 प्रतिशत कम बारिश हुई।

मौसम का हाल:
31 जुलाई को पश्चिम बंगाल के ऊपर एक और कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। इसका निर्माण उत्तरी भाग में किया जाएगा। इसके अलावा, 31 तारीख को उत्तर पहाड़ी क्षेत्रों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होगा। इन दोनों के प्रभाव से हरियाणा के ऊपर मानसून गर्त के आने की संभावना है। इन सबके प्रभाव से 6 अगस्त तक वर्षा की गतिविधि बढ़ने की संभावना है। 8 अगस्त के बाद मानसून के थोड़ा कमजोर होने की उम्मीद है, क्योंकि उसके बाद कोई मजबूत कम दबाव प्रणाली बनने की संभावना नहीं है। 17 अगस्त के बाद बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगला कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसे देखते हुए अगस्त में भी कम बारिश होने की संभावना है।