Haryana Rain Alert: हरियाणा के अंबाला, सोनीपत समेत कई जिलों में ओलावृष्टि, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
हरियाणा में दोपहर बादलों ने मौसम को बदल दिया। कैथल जिले के पुंडरी में भारी बारिश हुई। इसके अलावा सोनीपत में गोहाना, पानीपत में समालखा और अंबाला में मुलाना में भी ओलावृष्टि हुई। हरियाणा में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
Apr 19, 2024, 19:01 IST
Haryana Rain Alert: हरियाणा के सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिले शुक्रवार दोपहर करीब 2.30 बजे अचानक भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए। बारिश और हवा के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई। मंडियों में रखा अनाज भीग गया था। हिसार, सिरसा और फतेहाबाद बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।
IMD के अनुसार, अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में तेज हवाओं, बिजली गिरने और ओलावृष्टि के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
इन शहरों में भारी बारिश
हरियाणा में दोपहर बादलों ने मौसम को बदल दिया। कैथल जिले के पुंडरी में भारी बारिश हुई। इसके अलावा सोनीपत में गोहाना, पानीपत में समालखा और अंबाला में मुलाना में भी ओलावृष्टि हुई। हरियाणा में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार में तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस, सिरसा में 40.2 डिग्री सेल्सियस और चरनी दादरी में 40.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकांश जिलों में तापमान 38 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
अंबाला में भी दोपहर में मौसम बदल गया। क्षेत्र में तेज बारिश हुई।
हरियाणा में खराब मौसम के कारण 8 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सिरसा में बूंदाबांदी हुई, सोनीपत में मध्यम बारिश हुई, पानीपत में 5 मिमी, अंबाला में भी हल्की बारिश हुई। इसके अलावा, जींद में बूंदा-बांदी हुई, रेवाड़ी में औसतन 4 मिमी बारिश हुई, गुरुग्राम में भी बारिश हुई।महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जहां यह लगभग नौ मिमी थी। हालांकि, रात के दौरान तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
किसानों को दी चेतावनी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 18 से 21 अप्रैल तक तीन दिनों तक खराब मौसम की संभावना को देखते हुए किसानों को अलर्ट जारी किया गया है। इसका कारण यह है कि इस समय खेतों में गेहूं की फसल सूखी पड़ी है।20 अप्रैल के बाद हरियाणा में गेहूं की कटाई में तेजी आएगी। मौसम विभाग ने भी किसानों के लिए अलर्ट जारी किया है। यह कहा गया है कि जहां तक संभव हो, सूखी फसलों की कटाई और संरक्षण किया जाना चाहिए।