सिरसा त जींद, सोनीपत त पानीपत मौसम ने बिछाई सफ़ेद चादर, अब भी इन जिलों में खतरा, देखें सटीक पूर्वानुमान
indiah1, Haryana weather Update: हरियाणा प्रदेश के सोनीपत और पानीपत जिले में पश्चिमी विक्षोभ के चलते भारी ओलावृष्टि हुई है। आज सोनीपत में बेमौसम हुई इस बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। इस बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की सरसों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
सरसों की फसलों के साथ-साथ गेहूं की फसलों में भी नुकसान बताया जा रहा है। आज सोनीपत शहर के साथ-साथ खरखोदा, गोहाना व अन्य क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई है। इसके अलावा पानीपत में भी आज ओलावृष्टि से किसानों की सरसों, गेहूं के साथ-साथ सब्जी की फसलों में भी भारी नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार समस्या अभी टली नहीं है और सिरसा फतेहाबाद जिले के साथ-साथ प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी अगले 24 घंटे में मौसम बदलने के साथ-साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। ताजा जानकारी के अनुसार सिरसा जिले में शाम को ओलावृष्टि होने के बाद एक बार फिर बारिश शुरू हो गई है।
हरियाणा प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण आज दिनभर बादल छाए रहे और कई जिलों में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हुई है। वही मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले व फतेहाबाद जिले में अगले 24 घंटे में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश और ओलावृष्टि फिर से हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर से तीन मार्च तक रहेगा । इस दौरान अधिकांश जिलों में बूंदाबांदी और बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। हरियाणा के साथ-साथ पंजाब व राजस्थान प्रदेश में बारिश के साथ-साथ लगभग 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवा चलने और ओलावृष्टि होने के आसार भी हैं।
मौसम में हुए इस परिवर्तन के कारण हरियाणा प्रदेश में दिन और रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। हरियाणा प्रदेश में विपरीत दिशाओं से आने वाली हवाओं के आपस में टकराने से मौसम में बार- बार बदलाव और बादल देखे जा रहे हैं।
हरियाणा प्रदेश के हिसार व भिवानी, पानीपत जिले में भी 2 मार्च से मौसम में बदलाव हुआ है ।
इस दौरान इन जिलों में बूंदाबांदी के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि भी हो सकती है। आज हिसार में दिनभर बादल छाए रहे। जिसके चलते इस क्षेत्र में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
वही अचानक हुए मौसम में बदलाव के कारण बारिश और ओलावृष्टि होने होने से किसानों के चहरों पर निराशा लौट आई है। इन दिनों अगर ओलावृष्टि होती है तो किसानों की गेहूं और सरसों की फसलों में काफी नुकसान होगा।