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गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए समय रहते करे नरमा ओर कपास की फसल का अच्छे-से रख रखाव 

गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए समय रहते करे नरमा ओर कपास की फसल का अच्छे-से रख रखाव 
 
गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए समय रहते करे नरमा ओर कपास
 maintain cotton:नरमा ओर कपास की फसल को गुलाबी सुंडी के प्रभाव से बचाने के लिए कुछ खास बातो का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। एसे मे किसान साथी हर रोज अपने खेत मे जाकर नरमा की फसल में निरीक्षण करे ताकी पता चल सके की फसल के ऊपर किसी प्रकार की कोई दीकत तो नही हे अगर मौसम के चलते किसी प्रकार की फसल में हरा तेला तथा जू जेसै किटो का प्रकोप  लगे तो समय रहते नॉरमल पेशटीसाईड का छीडकाव करे ताकी फसल में आय रोग को आगे बडने से रोका जा सके  


कपास तथा नरमे की फसल को लेकर कृषि विभाग। की ओर से अगेती फसल में गुलाबी सुडी की चपेट मे आए फूल और टींडे जमीन में दबाएं ताकी पुरी फसल बरवाद ना हो। बीते साल गुलाबी सुंडी के कारण कपास ओर नरमा की फसल को बहुत भारी नुकसान था 

बताया जा रहा हे की कृषि विभाग के दवारा किसानों को भी जागरूक किया जा रहा है। पिछले साल गुलाबी सुंडी के कारण प्रदेशभर में कपास ओर नरमा की फसल में काफी नुकसान पहुंचाया था। गुलाबी सुंडी के कारण हुए नुकसान से ही इस बार कपास का रकबा भी घटा है।

किसान साथी समय रहते नरमा और कपास की फसल का करते रहे  निरीक्षण 

1 नरमा ओर जो अगेती कपास की फसल है  उसमें लगे टींडे और फूल को गुलाबी सुंडी के प्रभाव मे  आने के बाद तोड़कर जमीन मे दबा दें। क्योंकि इसमें सुंडी पनपेगी ओर फल कामयाव नही होगा


2 अगेती नरमा की फसल में सफेद मक्खी और रस चूसने वाले कीड़ों का प्रकाेप बढ़ जाने के लक्षण दिखाई देने पर नीम आधारित कीटनाशक एक लीटर दवाई का 150 लीटर पानी के साथ प्रति एकड़ छीडकाव करें। किसी भी दवा का छिड़काव करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से सलाह लें ताकी नरमे की फसल मे कोई हानी ना हो

3 किसान साथी  नियमित रूप से कपास की फसल की निगरानी रखें। अगर किसी तरह की बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें ताकी अच्छा सुझाव मिल सके