हरियाणा में मौसम ने फिर मारी पलटी, प्रदेश के इन जिलों में हुई बारिश
HARYANA Weather:हरियाणा प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट लेते हुए पलटी मारी है। प्रदेश के किसानों के लिए मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी करते हुए बताया था कि 17,18 मार्च बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का लगाई गए पूर्वानुमान के तहत हरियाणा प्रदेश के कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते आज दोपहर बाद बारिश शुरू हो गई। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी मौसम ने इन दिनो अपना रौद्र रूप दिखाया था।
पिछले वर्ष ओलावृष्टि और भारी बारिश के चलते इन प्रदेश के कई जिलों के किसानों कि फसले तहस-नहस हो गई थी। अब एक बार फिर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए 17 और 18 मार्च को हरियाणा प्रदेश में बारिश के साथ बुंदाबांदी के संकेत दिए थे। आज मौसम के बताए गए पूर्वानुमान के अनुसार इन प्रदेश के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है तो कुछ जिलों में बादलों की गणगौर घटा छाई हुई है।
आपको बता दें कि इस समय हरियाणा प्रदेश के हिसार जिले में बारिश शुरू हो चुकी है। वही जींद जिले में रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही है।इस किसानों की गेहूं की फसले खेतों में सुनहरी रंग धारण कर पककर बिल्कुल तैयार खड़ी है। अगर इस समय बारिश या तूफान आता है तो किसानों की पक्की-पकाई फसलें बर्बाद हो जाएंगी। किसान अपनी 6 महीने की मेहनत से गेहूं की फसल तैयार करते हैं।
ऐसे में अगर बारिश आज अपना रूद्र रूप धारण करते है तो किसानों की पिछले 6 महीनों की दिन-रात की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
इन जिलों में हो सकती है आज भारी बारिश
मौसम विभाग ने माने तो हरियाणा के कई जिलों में 17 और 18 मार्च को बारिश की संभावना जताई है। प्रदेश के हिसार, जींद, कैथल, और यमुनानगर क्षेत्र के साथ साथ करनाल जिले में 17 और 18 मार्च को भारी बारिश हो सकती है। वहीं प्रदेश के बाकी जिलों में भी इन दो दिनों में बूंदाबांदी के साथ बारिश होने के असर है। पिछले कुछ समय से हो रही इस बेमौसमी बारिश ने किसानों के माथे पर छाने वाली चिंता की लकीरों को एक बार फिर से बढ़ा दिया है।
जींद जिले के खटकड़ गांव के किसान नरेंद्र कुंडू ने बताया कि अभी जिले में 50% किसानों की गेहूं की फैसले निकली नहीं है। ऐसे में अगर अब बारिश या तूफान आता है तो उन्हें लाखों रुपए का नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि इस फसल को तैयार करने हेतू किसान पिछले 6 महीनों से दिन-रात मेहनत कर रहे है।
मेहनत के साथ-साथ किसान भाई अच्छी फसल होने हेतु कीटनाशक दवाइयों और देखरेख में काफी अधिक मात्रा में खर्च कर रखा है। ऐसे में अगर अब बारिश होती है तो हजारों किसान बर्बाद हो जाएंगे। बारिश के कारण फसलों में नुकसान तो होगा ही होगा साथ ही साथ पशुओ हेतु बनने वाला चारा भी नष्ट हो जाएगा।