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HARYANA NEWS:जींद, हिसार सहित हरियाणा के 7 जिलों को नहीं मिलेगा “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" का लाभ 

जींद, हिसार सहित हरियाणा के 7 जिलों को नहीं मिलेगा “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" का लाभ 
 

HARYANA NEWS:हरियाणा प्रदेश के किसानों के लिए एक बुरी खबर निकलकर सामने आई है। खबर के अनुसार प्रदेश के कुछ जिलों के किसानों को इस बार “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" का लाभ नहीं मिलेगा।
आपको बता दें कि “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" के तहत सरकार प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करती है। लेकिन समय के साथ इस योजना के नियमों में हुए बदलाव के चलते किसानों को आपदा से निकालने वाली यह योजना अब खुद आपदा में फंसती नजर आ रही है।

इस योजना की शुरुआत सरकार ने साल 2016 में की थी। “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना" के तहत पिछले साल करनाल के लगभग 80 किसानों को फसल बर्बादी पर लगभग 6 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था। लेकिन इस बार करनाल के साथ-साथ प्रदेश के अंबाला, सोनीपत, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम जिले के किसानों को भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार की इस योजना का लाभ न मिलने के पीछे मुख्य कारण इन जिलों में फसल बीमा योजना के लिए कोई बीमा कंपनी का ना आना बताया जा रहा है।

हरियाणा प्रदेश के जींद करनाल समेत कई जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की लगभग 12 हजार एकड़ गेहूं और सरसों की फसल प्रभावित हुई थी। हालांकि इस बार कृषि विभाग द्वारा प्रभावित फसलों का आकलन करने के बाद भी प्रभावित फसलों का मुआवजा फसल बीमा योजना के तहत नहीं मिलेगा।
इसके पीछे मुख्य कारण निजी कंपनी के माध्यम से फसलों का बीमा पूरे गांव को एक इकाई बनाकर किसानों की फसलों का बीमा होता है। पूरे गांव में आपदा से 70 प्रतिशत तक फसल बर्बाद होने पर मुआवजा दिया जाता है।

किसानों का कहना है कि सरकार को पूरे गांव का आकलन करने के बजाय खुद ही फसलों का बीमा कर प्रत्येक किसान के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।