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हरियाणा प्रदेश के किसान भाइयों को फिर पड़ी मौसम की मार, इस-इस क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि

Farmer brothers of Haryana state are again hit by the weather, heavy hailstorm occurred in these areas.
 

हरियाणा प्रदेश में किसान भाइयों को एक बार फिर बदलते मौसम ने भारी नुकसान पहुंचा है। आपको बता दे की हरियाणा प्रदेश में किसान इस समय अपनी फसलों की कटाई और कढाई में लगे हुए हैं। इस समय प्रदेश के किसानों की फैसले पककर खेतों में लहरा रही है। ऐसे में अगर ओलावृष्टि होती है तो आप समझ सकते हैं कि किसानों को कितना नुकसान हुआ होगा। शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि ने किसानों की सरसों और गेहूं की फसलों को चौपट करके रख दिया।

आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश में पिछले कुछ समय से लगातार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। बदलते मौसम के चलते शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी ओलावृष्टि होने की खबर आ रही है। एक बार फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है। हरियाणा में बदलते मौसम ने इस मौसम ने किसानों की चिंता की रेखा को एक बार फिर बढा दिया है। 

शुक्रवार शाम को प्रदेश के इन जिलों में हुई भारी ओलावृष्टि

हरियाणा प्रदेश में शुक्रवार की शाम किसानों के लिए मनहुश  शाम बनकर आई। शुक्रवार शाम को प्रदेश के कई जिलों में हुई भारी ओलावृष्टि ने किसानों की फसल को तहस-नहस कर दिया।
आपको बता दें कि शुक्रवार शाम को हरियाणा के रेवाड़ी जिले में भारी ओलावृष्टि हुई जिससे किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इस जिले में काफी तेज आंधी और बरसात के साथ-साथ भारी ओलावृष्टि भी हुई। इस ओलावृष्टि ने रेवाड़ी जिले के गांव बीकानेर और लिसाना के साथ साथ गंगायचा जाट गांव में किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। हरियाणा प्रदेश में शुक्रवार की शाम को रेवाड़ी के अलावा झज्जर में भी बारिश और तुफान के चलते किसानों की फसल में नुकसान पहुंचा है।

आज भी हो सकती है हरियाणा प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश

हरियाणा प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद आज भी प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा प्रदेश के गुरुग्राम, रोहतक, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा व जींद जिले में आज संपूर्ण दिन बादलवाई छाई रहेगी और तेज हवाएं चलेंगी। वही इन जिलों में आज बारिश होने की भी संभावना है। मौसम में हो रहे दिन प्रतिदिन बदलाव के चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई है। मौसम में बदलाव के कारण किसान अपनी फसलों को बारिश होने से पहले निकलने में जुट गए हैं।