{"vars":{"id": "100198:4399"}}

जींद  में आज से खरीदी जाएगी किसानों की सरसों की फसल सरकारी रेट पर, कल नहीं हो पाई  थी सरकारी खरीद

Farmers' mustard crop will be purchased from today in Jind at government rates
 

जींद के अंदर अनाज मंडी में आज से किसानों की सरसों की फसल सरकारी रेट पर खरीदी जाएगी। कल संपूर्ण दिन किसी भी किसान ने गेट पास नहीं कटवाए। जिसके चलते जींद की नई अनाज मंडी में किसानों की सरसों की फसल सरकारी रेट पर नहीं खरीदी गई। हालांकि प्राइवेट बोली पर लगभग 225 क्विंटल सरसों की खरीद हुई। प्राइवेट बोली पर किसानों को 4700 से 5200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों के भाव मिल रहे हैं।

आपको बता दें कि शहर की नई अनाज मंडी में सरसों की खरीद शुरू होने के बाद पहले दिन मंगलवार को सरकारी खरीद नहीं हुई। इसका कारण रहा कि सरसों का किसी भी किसान ने गेट पास नहीं कटवाया। सरसों को सरकारी भाव पर बेचने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य होता है। इसके विपरित मंडी में प्राइवेट बोली पर 225 क्विंटल सरसों की खरीद हुई।

 
 मंडी में खरीद शुरू होने के पहले दिन हैफेड की खरीद थी। खरीद के लिए जहां मंडी में हैफेड का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा तो किसान भी कोई मंडी में सरकारी रेट पर सरसों बेचने के लिए नहीं आया। सरकारी रेट पर उन किसानों से सरसों खरीदी जाएगी, जिन्होंने अपनी फसल का ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया हुआ है। जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया उनको प्राइवेट रेट पर ही सरसों बेचने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। फिलहाल मंडी में आने वाली सरसों में नमी की मात्रा 16 से 18 प्रतिशत आ रही है। जिसके कारण मंडी में आने वाली अधिकतर सरसों को सुखाया जा रहा है। इसके बाद प्राइवेट बोली पर सरसों की खरीद होती है।

मंगलवार को मंडी में सरसों की खरीद नमी की मात्रा के अनुसार 4700 से 5200 रुपये प्रति क्विंटल तक हुई। मार्केट कमेटी सचिव ने बताया कि मंडी में खरीद के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसान की फसल को मंडी में आते ही खरीदा जाए। खरीद शुरू होने के बाद मंडी में पहले दिन कोई किसान सरसों लेकर नहीं पहुंचा। जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया है, वह अपनी सरसों को प्राइवेट बोली पर बेच रहे हैं।

लेकिन आज एक बार फिर सरकार ने जींद की नई अनाज मंडी में किसानों की सरसों की फसल को सरकारी रेट पर खरीदना शुरू कर दिया है। अब उन सभी किसानों के सरसों की फसल सरकारी रेट पर खरीदी जाएगी जिन्होंने अपनी फसल का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पर पंजीकरण करवा रखा है।