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पशुपालकों को सरकार देगी लाखों रुपए के नगद पुरस्कार के साथ राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, 31 अगस्त तक करें आवेदन

पशुपालकों को सरकार देगी लाखों रुपए के नगद पुरस्कार के साथ राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, 31 अगस्त तक करें आवेदन
 

देश में पशुपालकों को सरकार लाखों रुपए के नगद पुरस्कार के साथ राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए पशुपालकों को 31 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आपको बता दें कि 
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार के माध्यम से देश भर से राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करने के लिए ऑनलाइन नामांकन आमंत्रित किए जा रहे हैं। राज्य के इच्छुक किसान पशुपालक 31 अगस्त तक पोर्टल पर अपने आवेदन भेज सकते हैं।

देश में पशुपालकों को सरकार लाखों रुपए के नगद पुरस्कार के साथ राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए पशुपालकों को 31 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आपको बता दें कि 
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार के माध्यम से देश भर से राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करने के लिए ऑनलाइन नामांकन आमंत्रित किए जा रहे हैं। राज्य के इच्छुक किसान पशुपालक 31 अगस्त तक पोर्टल पर अपने आवेदन भेज सकते हैं।

तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार किए जाएंगे प्रदान


सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग, पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के प्रभावी विकास के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि किसानों को स्थाई आजीविका प्रदान कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें बहुत सर्वश्रेष्ठ हैं और उनमें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता मौजूद है। स्वदेशी गोजातीय नस्लों का वैज्ञानिक तरीके से संरक्षण और विकास करने के उद्देश्य से देश में पहली बार दिसंबर 2014 में राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) की शुरूआत की गई थी। उन्होंने बताया कि आरजीएम के तहत, दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों, एफपीओ और कृत्रिम गभार्धान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभाग की 2024 के दौरान तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करने की योजना है। इसमें 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर दिए जाएंगे पुरस्कार पंजीकृत स्वदेशी मवेशी, मुर्रा भैंस नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ डेरी सहकारी समितियां (डीसीएस), दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी), डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) व सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गभार्धान तकनीशियन (एआईटी) को शामिल किया गया है।

पशुपालकों को सरकार द्वारा दिए जाएंगे लाखों रुपए के नगद पुरस्कार

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 में सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस, एफपीओ, एमपीसी दो श्रेणियो को निम्नानुसार योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कार दिया जाना शामिल किया गया हैं। इसमें प्रथम स्थान के लिए पांच लाख रुपये, दूसरे स्थान के लिए तीन लाख रुपये व तीसरे स्थान के लिए दो लाख रुपये नकद दिए जाएंगे। वहीं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गभार्धान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, तीनों श्रेणियों के लिए पुरस्कार में केवल योग्यता प्रमाणपत्र और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाना शामिल है। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार के लिए पात्रता मानदंड और नामांकन व ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट https://awards.gov.in पर भी ली जा सकती हैं।


सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन एवं डेयरी विभाग, पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के प्रभावी विकास के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि किसानों को स्थाई आजीविका प्रदान कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें बहुत सर्वश्रेष्ठ हैं और उनमें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता मौजूद है। स्वदेशी गोजातीय नस्लों का वैज्ञानिक तरीके से संरक्षण और विकास करने के उद्देश्य से देश में पहली बार दिसंबर 2014 में राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) की शुरूआत की गई थी। उन्होंने बताया कि आरजीएम के तहत, दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों, एफपीओ और कृत्रिम गभार्धान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभाग की 2024 के दौरान तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करने की योजना है। इसमें 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर दिए जाएंगे पुरस्कार पंजीकृत स्वदेशी मवेशी, मुर्रा भैंस नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ डेरी सहकारी समितियां (डीसीएस), दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी), डेयरी किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) व सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गभार्धान तकनीशियन (एआईटी) को शामिल किया गया है।

पशुपालकों को सरकार द्वारा दिए जाएंगे लाखों रुपए के नगद पुरस्कार

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 में सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस, एफपीओ, एमपीसी दो श्रेणियो को निम्नानुसार योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कार दिया जाना शामिल किया गया हैं। इसमें प्रथम स्थान के लिए पांच लाख रुपये, दूसरे स्थान के लिए तीन लाख रुपये व तीसरे स्थान के लिए दो लाख रुपये नकद दिए जाएंगे। वहीं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गभार्धान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, तीनों श्रेणियों के लिए पुरस्कार में केवल योग्यता प्रमाणपत्र और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाना शामिल है। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार के लिए पात्रता मानदंड और नामांकन व ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट https://awards.gov.in पर भी ली जा सकती हैं।