{"vars":{"id": "100198:4399"}}

हरियाणा के 2 जिलों में अभी भारी बारिश का अलर्ट, इन शहरों में बाढ़ जैसे हालात 

राज्य के 4 जिलों में बारिश नहीं होगी। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, जींद और हिसार शामिल हैं। मानसून आज यहाँ सक्रिय नहीं रहेगा। शेष जिलों में मानसून सक्रिय रहेगा और बारिश जारी रहने की उम्मीद है।
 
Haryana Rain ALert: हरियाणा में अगस्त के महीने में 33 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को करनाल और यमुनानगर में भी बारिश की चेतावनी जारी की है।

राज्य के 4 जिलों में बारिश नहीं होगी। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, जींद और हिसार शामिल हैं। मानसून आज यहाँ सक्रिय नहीं रहेगा। शेष जिलों में मानसून सक्रिय रहेगा और बारिश जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 28 अगस्त तक राज्य में मौसम में बदलाव की संभावना है।

पिछले 24 घंटों में 5 जिलों में बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश रोहतक में दर्ज की गई, जहां 2.0 मिमी बारिश हुई। सिरसा में 1.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। पानीपत में 1.0 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि करनाल और कुरुक्षेत्र में भी 0.5 मिमी बारिश हुई। तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।

वहीं, हिमाचल प्रदेश में आज से अगले 3 दिनों तक मानसून कमजोर रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार आज कांगड़ा, सिरमौर, सोलन, शिमला, कुल्लू और मंडी के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।


राज्य के 16 जिलों में कम बारिश हुई है।
हरियाणा के 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। राज्य के केवल करनाल, पंचकूला और कैथल जिलों में ही सामान्य से आधी बारिश नहीं हुई है। हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक जिलों में 30 प्रतिशत से कम बारिश हुई।

महेंद्रगढ़ और नूंह जिलों में भारी बारिश हुई। नूंह में सामान्य से 63 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई जबकि महेंद्रगढ़ जिले में सामान्य से 51 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई।

करनाल में आसमान बादलों से ढका हुआ है।
आईएमडी के अनुसार, राज्य में अगस्त के महीने में ही 33% अधिक बारिश हुई है। यमुनानगर, पंचकूला, पलवल, कैथल और फरीदाबाद में सामान्य से कम बारिश हुई। जबकि, राज्य में अगस्त के 20 दिनों में 101.8 मिमी की सामान्य बारिश होनी चाहिए थी, अब तक 135.6 मिमी बारिश हुई है।

बारिश के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों में गिरावट आई है। राज्य में रात का तापमान 26-27 डिग्री के आसपास बना हुआ है। न्यूनतम तापमान में भी दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।

हरियाणा में मौसम कैसा रहेगा?
हरियाणा में मानसून का आना अभी बाकी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 28 अगस्त तक राज्य में मौसम में बदलाव की संभावना है। 22 और 23 अगस्त तक दिन के तापमान में मामूली वृद्धि होगी, लेकिन 24 अगस्त के बाद से पारा फिर से गिर जाएगा। तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। अगस्त के महीने में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

सिरसा में भारी बारिश से तापमान में गिरावट आई है।
हरियाणा में जुलाई में पांच साल में सबसे कम बारिश हुई। 2018 में यहां 549 मिमी बारिश हुई थी। वर्ष 2019 में 244.8 मिमी, 2020 में 440.6 मिमी, 2021 में 668.1 मिमी, 2022 में 472 मिमी, 2023 में 390 मिमी और 2024 में 97.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बारिश नहीं होने से किसान परेशान हैं। उन्हें पानी देने की जरूरत है।

राज्य में अभी तक 228.4 मिमी बारिश हुई है। हरियाणा में मानसून की अवधि 120-125 दिन मानी जाती है। मानसून के अब तक 75 दिन से अधिक हो चुके हैं। कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई तो कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर और गुरुग्राम में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि बाकी जिलों में अभी भी कम बारिश हो रही है।

फिलहाल राज्य के 7 जिलों में बारिश नहीं हुई है। राज्य में अब तक कुल वर्षा की कमी सामान्य का 19% है। राज्य में अब तक 281.5 मिमी की तुलना में 228.4 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार कैथल और करनाल में अभी तक सामान्य से 55% कम बारिश दर्ज की गई है। पंचकूला में सामान्य से 50% कम, यमुनानगर और सोनीपत में सामान्य से 39%, रोहतक में 36 और जींद में 38% कम बारिश दर्ज की गई।