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Monsoon Update 2024: हरियाणा- पंजाब से दिल्ली- राजस्थान तक अब मिलेगी भीषण गर्मी से राहत,  मॉनसून पकड़ेगा रफ्तार, इन राज्यों में आज होगी झमाझम बारिश 

Weather Update: मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
 
Weather Update: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मानसून की चेतावनी जारी की है। मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की उम्मीद है। अगले 2-3 दिनों में इसके बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में पहुंचने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्य, जो भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं, उन्हें थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है।

 21 और 22 जून तक भारी बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान तेज हवाएं चलने की भी उम्मीद है। बिहार में 23 जून तक और झारखंड में 21 और 22 जून तक भारी बारिश होने की संभावना है। शेष पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के उत्तरी जिलों, पश्चिम बंगाल, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात क्षेत्र, कर्नाटक, लक्षद्वीप और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

अगले 5 दिनों में
अगले 5 दिनों में मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। इसके अलावा, गुजरात, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी हल्की से मध्यम मानसून वर्षा होगी। 23 जून तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में और 21 जून तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, अधिकांश पूर्वोत्तर राज्यों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।

तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश होने की संभावना है।

 मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल 
अगले कुछ दिनों में देश के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून के महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों, ओडिशा के कुछ और हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों, गंगा के पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।