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Haryana News: हरियाणा में यहां सरसों की खरीद पर लटकी तलवार, किसानों को हो रहा है नुकशान, जानिए वजह 

Haryana: सरकारी खरीद प्रक्रिया के तीसरे दिन जिले की किसी भी अनाज मंडी में गेहूं नहीं पहुंचा है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
 

Haryana News: अनाज मंडियों में आढ़तियों की हड़ताल से सरसों की खरीद का काम भी प्रभावित हो रहा है क्योंकि इस बार भी आढ़तियां सरसों की खरीद प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले रही हैं। ऐसा सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन की कमी के कारण है। नाराज आढ़तिया मांग कर रहे हैं कि सरकार उन्हें पहले की तरह ढाई प्रतिशत का आढ़तिया दे। किसानों ने इस संबंध में मार्केट कमेटी को ज्ञापन भी सौंपा है।

सरकारी खरीद प्रक्रिया के तीसरे दिन जिले की किसी भी अनाज मंडी में गेहूं नहीं पहुंचा है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा। पिछले एक सप्ताह में लगभग 600 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। इस सरसों की खरीद कलायत, कैथल, राजौंद और पुंडरी के अनाज बाजारों में की जा रही है।

सरसों की खरीद भी रोक दी गई है। वर्तमान में बाजार में केवल सोसायटी के माध्यम से ही खरीदारी की जा रही है। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व न्यू अनाज मंडी आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष राम कुमार गर्ग प्रधान ने किया। आढ़तियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि अब सरकार मंडियों में आढ़तियों की व्यवस्था को समाप्त करना चाहती है। यही कारण है कि आढ़तियों को अब फिर से हड़ताल करनी पड़ रही है।

यदि सरकार समय पर मांगों को पूरा करने पर कोई निर्णय नहीं लेती है, तो वे चुनाव के समय विरोध करना शुरू कर देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा खरीदी गई सभी फसलों का भुगतान किसान की सहमति के अनुसार, आढ़तिया या किसान के अपने खाते में किया जाना चाहिए। धान सीजन 2019 में खरीद एजेंसियों द्वारा भुगतान छह महीने की देरी से किया गया था और मंडियों में देरी से भुगतान पर ब्याज का भुगतान किया जाना बाकी है।

जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। चीका अनाज मंडी के आढ़तियों ने अपनी मांगों के समर्थन में बुधवार को तीसरे दिन भी सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। बुधवार को विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष राजकुमार जाखोली ने किया। राजकुमार जाखोली ने कहा कि सरकार जानबूझकर मंडियों और आढ़तियों को खत्म करना चाहती है।

उन्होंने कहा कि फसलों की खरीद पर आढ़तियों के लिए ढाई प्रतिशत कमीशन तय किया गया है, लेकिन सरकार उन्हें कमीशन देने में व्यस्त है। जाखोली ने कहा कि राज्य भर के आढ़ती अपनी मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए 1 से 5 अप्रैल तक हड़ताल पर हैं। जाखोली ने कहा, "अगर सरकार जल्द ही किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है, तो आढ़ती एक बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।

इस अवसर पर जत्थेदार गुरचरण सिंह मेहरबान, भाग सिंह मानगढ़, रणजीत सिंह मंगली, सहजप्रीत सिंह मंगत आदि उपस्थित थे। गेहूं की खरीद में किसानों को कोई परेशानी नहीं होगीः डीसी संवाद समाचार एजेंसी कैथल। DC प्रशांत पंवार ने कहा कि किसानों को गेहूं बेचने में किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करने दिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मंडी और खरीद केंद्रों में आने वाली रबी की फसल सरकार के निर्देशों के अनुसार खरीदी जाए।

उन्होंने कहा कि रबी खरीद सीजन 2024-25 के सुचारू संचालन के लिए जिले की विभिन्न मंडियों और खरीद केंद्रों में सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। DC प्रशांत पंवार ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी एजेंसियों के साथ समन्वय करके फसलों की समय पर खरीद और उठाव सुनिश्चित करेंगे ताकि पूरी खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके।

इसके साथ ही नोडल अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों की सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान हो। एडीसी सी जया श्रद्धा को कैथल जिले का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार,  आदि उपस्थित थे। इसी तरह आरटीए गिरीश कुमार को सिवन और कंगथली मंडी की जिम्मेदारी दी गई है, डीआरओ चंद्र मोहन को क्योडक और कैलाराम मंडी की जिम्मेदारी दी गई है, डीएमसी सुशील कुमार को बाबा लदना, सांगन और पडला मंडी की जिम्मेदारी दी गई है।

बालू, किठाना और बडसीकरी मंडियों में कलायत के बीडीपीओ तरुण, भागल और भुसला मंडियों के गुहला की बीडीपीओ सुमिता, राजौंद और जाखोली मंडियों के बीडीपीओ अन्नू टैंक, कौल मंडी के ढांड के बीडीपीओ जगजीत सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अशोक शर्मा, एडीडीसी किश्तवाड़ श्याम लाल, एसीडी किश्तवाड़ किशोर सिंह कटोच, एसीडी किश्तवाड़ किशोर सिंह कटोच और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।