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Monsoon in India 2024: भीषण गर्मी से मिलेगा छुटकारा, 5 दिनों में बारिश लाएगी राहत; जानें पुरे जून महीने में कैसा रहेगा मौसम का हाल 

Weather Update: मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। हालांकि, मौसम विभाग ने मानसून के बारे में राहत की खबर दी है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत दे रहा है।
 
मानसून अपडेट 2024: उत्तर-पश्चिम भारत को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। हालांकि, मौसम विभाग ने मानसून के बारे में राहत की खबर दी है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत दे रहा है। गौरतलब है कि अप्रैल में ही मौसम विभाग ने सामान्य से अधिक मानसून बारिश की भविष्यवाणी की थी।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण तीन दिन की राहत के बावजूद, उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों को जून में भी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। ऐसी खबरें हैं कि आईएमडी का मानना है कि इन क्षेत्रों में गर्मी की लहर 4 से 6 दिनों तक चल सकती है। इसके अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी जून में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रह सकता है।

मानसून का कारक महत्वपूर्ण है क्योंकि केरल में मानसून की सामान्य शुरुआत के बाद भी, विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम भारत में इसकी प्रगति धीमी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल से पहले पूर्वोत्तर भारत में मानसून के दस्तक देने की दुर्लभ संभावना हो सकती है।

 
भारी बारिश की भविष्यवाणी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में केरल में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। ऐसे में मानसून सामान्य तिथि यानी i.e. को या उससे पहले केरल पहुंच सकता है। 1 जून।

अगले तीन दिनों तक दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में लू की स्थिति जारी रहेगी, लेकिन 30 मई से कम हो जाएगी। इससे लोगों को तत्काल राहत मिलेगी क्योंकि आईएमडी ने कहा कि जून में उत्तर पश्चिम भारत सहित पूरे देश में तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा और 4-6 दिनों तक लू चलेगी।

मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को यहां एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जून के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया। उन्होंने कहा कि मई के दूसरे पखवाड़े में बारिश या बूंदाबांदी नहीं हुई क्योंकि कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं था। मौसम शुष्क रहा, जिसके परिणामस्वरूप तापमान में वृद्धि हुई। गर्मी की लहर भी तीव्र और व्यापक थी।

दक्षिणी राज्यों के अन्य हिस्सों में लू 
उन्होंने कहा कि मई में लू के दो दौर देखे गए हैं। 1-7 मई के दौरान ओडिशा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और दक्षिणी राज्यों के अन्य हिस्सों में लू की स्थिति देखी गई। दूसरी बार 16-26 मई के बीच राजस्थान और गुजरात में 9-12 दिनों से लू चल रही है। यहां का तापमान 45-50 डिग्री के बीच रहता है। दिल्ली-एनसीआर, दक्षिण हरियाणा, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में 5-7 दिनों तक लू की स्थिति बनी रही। यह सिलसिला तीन दिन तक चलेगा।

30 मई से इसमें गिरावट शुरू हो जाएगी। इस दौरान तापमान 44-48 डिग्री तक पहुंच गया है। महापात्रा के अनुसार, जून में देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है, जिसके कारण लू की संभावना अधिक है। जून में 2-4 दिन गर्मी होती है, लेकिन इस बार 4-6 दिन हो सकती है।