Vegetables and Oil.Price : मौसम ने ढाया आम आदमी की जेब पर कहर, रसोई का बजट बिगड़ा, जानें सब्जी और तेल का ताजा रेट
Vegetable Price Hike बारिश के दौरान आम आदमी की रसोई महंगाई से प्रभावित होती है। सब्जियों की कीमतों में अचानक वृद्धि ने लोगों के रसोई के बजट को परेशान कर दिया है। एक तरफ सब्जियों के दाम दो से तीन गुना बढ़े हैं तो दूसरी तरफ विभिन्न दालों और सरसों के तेल के दाम भी पांच से 17 फीसदी बढ़े हैं। उत्पादन में गिरावट और आपूर्ति में व्यवधान के कारण कीमतों में वृद्धि होने की उम्मीद है।
भिंडी भी 40 रुपये से बढ़कर 100 रुपये
टमाटर के दाम बढ़ गए हैं। देश के कुछ हिस्सों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई है। थोक बाजार में टमाटर (25 किलो) की एक टोकरी की कीमत 600 रुपये से 100 रुपये प्रति किलो है। इसी तरह भिंडी भी 40 रुपये से बढ़कर 100 रुपये प्रति किलोग्राम, धनिया 40-50 रुपये से बढ़कर 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम, नींबू 80 रुपये से बढ़कर 150-170 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।
दूसरी ओर, लौकी दो गुना बढ़कर 30 रुपये से 60 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। टमाटर की कीमत 40 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम, बैंगन की कीमत 30 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम और करेला की कीमत 40 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
चना 70 रुपये से बढ़कर 100 रुपये
दालों, खाद्य तेलों और खाद्य तेलों की कीमतों में वृद्धि ने भी आम आदमी को मुसीबत में डाल दिया है। प्याज 200 रुपये किलो बिक रहा है। पहले दालें 170 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध थीं, लेकिन अब इसमें लगभग 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। चना 70 रुपये से बढ़कर 100 रुपये प्रति किलोग्राम और उड़द 110 रुपये से बढ़कर 130 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।
टमाटर की खुदरा कीमत 220 रुपये प्रति किलोग्राम
आढ़तिया व्यापारी विनोद गोयल के मुताबिक, इस बार दालों का उत्पादन कम हुआ है, जिससे कीमत बढ़ गई है। सरसों के तेल की कीमत भी पांच रुपये प्रति किलोग्राम बढ़कर 145 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
बारिश के मौसम के दौरान, देहरादून में टमाटर की खुदरा कीमत 220 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी। बाजार में सस्ते टमाटर के स्टॉल भी लगाए गए थे। पिछले 15 दिनों में टमाटर की कीमत में जिस तरह की बढ़ोतरी हुई है, आने वाले दिनों में पिछले साल जैसी स्थिति बन सकती है।