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हरियाणा के इस जिले मैं बारिश से 50 प्रतिशत तक खराब हुई गेहूं की फसल, किसानों ने अब की मुआवजे की मांग

Haryana news:ओलावृष्टि से गेहूं की फसल बर्बाद हरियाणा में बारिश के कारण न केवल खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बल्कि अनाज बाजारों में पड़ी सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
 
Haryana News: हरियाणा में मौसम में अचानक आए बदलाव से किसान चिंतित हैं। शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। रेवाड़ी और नूंह जिलों में 50 प्रतिशत गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। किसान अब सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। चंडीगढ़ मौसम विज्ञान विभाग ने 31 मार्च तक हरियाणा में बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके बाद मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

ओलावृष्टि से गेहूं की फसल बर्बाद हरियाणा में बारिश के कारण न केवल खेतों में खड़ी गेहूं की फसल बल्कि अनाज बाजारों में पड़ी सरसों की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। सरसों की फसल को बारिश से बचाने के लिए अनाज बाजार प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। किसानों को नुकसान उठाना पड़ा। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। किसानों ने कहा कि सरकार को विशेष गिरदावरी करनी चाहिए।

तूफान के कारण बिजली के तार टूट गए। कैबिनेट मंत्री संजय सिंह पहले ही क्षेत्र में फसल का निरीक्षण कर चुके हैं। इसके बाद अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बारिश के साथ हवा भी चल रही थी। इससे 15 बिजली के खंभे टूट गए। इसके चलते कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि निगम को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जल्द ही बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

किसानों ने मुआवजे की मांग की है। किसानों का कहना है कि बारिश से उनकी फसल भी प्रभावित हुई है। कम बारिश के कारण अधिकांश फसलें नष्ट हो गईं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए। किसानों का कहना है कि क्षेत्र के लोगों का एकमात्र व्यवसाय कृषि है, लेकिन मौसम ने उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है।