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Haryana Breaking: विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस को बड़ा झटका, कल भाजपा ज्वाइन कर सकती है ये दिग्गज नेता 

Haryana News: दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में बिजली और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित पार्टी के राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे।
 

Haryana News: वरिष्ठ कांग्रेस नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी और हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी बुधवार, 19 जून को हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी के माध्यम से भाजपा में शामिल होंगी। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में बिजली और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित पार्टी के राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे।

इस मौके पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा भी मौजूद थे। कांग्रेस द्वारा भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से राव दान सिंह को टिकट दिए जाने के बाद, भिवानी में अपने आवास पर अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा था, "जिस तरह से राव दान सिंह ने पिछले चुनावों में हमारी मदद की थी, हमें उनकी अच्छी तरह से मदद करनी होगी।उल्लेखनीय है कि चुनाव श्रुति चौधरी ने लड़ा था और वह चुनाव हार गई थी। किरण चौधरी ने वहीं नाराजगी निकाली। इस बार के चुनाव में राव दान सिंह चुनाव हार गए। 

चौधरी 2014 से 2019 तक हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता थे। वह दिल्ली में विधानसभा की उपाध्यक्ष रही हैं और 2004 से 2014 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में विभिन्न विभागों के साथ कैबिनेट मंत्री का प्रभार संभाला है।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के नवरत्नों में से एक तरुण भंडारी ने लोकसभा चुनाव से पहले नवीन जिंदल, अशोक तंवर जैसे बड़े चेहरों को बीजेपी में शामिल करवाया और इन लोगों को बीजेपी ने लोकसभा में अपनी टिकट दी, जिनमें से नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीत गए और अशोक तंवर सिरसा से चुनाव हार  गए। बता दें कि तरुण भंडारी खुद कांग्रेस में 2014 से लेकर 2019 तक कोषाध्यक्ष के पद पर रहे हैं। उस समय अशोक तंवर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हुआ करते थे। उस दौरान कांग्रेस का कोष रिक्त था, लेकिन तरुण भंडारी ने अपनी समझबुझ से उस समय बिना पैसों के भी हरियाणा कांग्रेस का संचालन अच्छे से किया था। 

2019 में तरुण भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की थी। तरुण भंडारी 2019 से लेकर 2024 तक हरियाणा तथा पूरे देश में कांग्रेस के 100 के करीब बड़े  चेहरों को बीजेपी में शामिल करवा चुके हैं। इसीलिए जहां ये केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के बेहद करीबी है। वहीं, यह मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी के भी बेहद करीबी हो चुके हैं।

हरियाणा में मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी ने हाल ही में हिमाचल में हुए राज्यसभा चुनाव में सत्ता दल कांग्रेस में तारपिडो करते हुए  6 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकों को बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान करने के लिए चक्रव्यूह रच अपने राजनीतिक कौशल का परिचय दिया है। इसका खामियाजा उन्हें शिमला में सत्ता पक्ष की ओर से दर्ज करवाई गई एक एफआईआर में नामजद किए जाने के बाद भुगतना भि पड़ रहा है।

तरुण भंडारी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के सानिध्य और मार्ग दर्शन में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के कईं जाने-माने चेहरों के अंदर अपनी विशेष पैठ बना चुके हैं। तरुण भंडारी को केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा व्यक्तिगत रूप से जानने और पहचानने लगे हैं। 

किरण चौधरी ने अपनी धुन बदल दी।
लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस नेता किरण चौधरी का लहजा बदल गया था। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष उदयभान और पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पर टिकट बंटवारे में भेदभाव करने का आरोप लगाया और कहा कि हरियाणा में कांग्रेस का भविष्य समाप्त हो गया है। इतना ही नहीं किरण चौधरी ने हुड्डा के गढ़ सोनीपत सीट जीतने के लिए पार्टी के विधायकों की संख्या 67 से कम करने की बात कही थी।