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Kisan Delhi Kuch: किसानों के दिल्ली कूच से सीमाएं सील, 1000 करोड़ का कारोबार ठप; सब्जियों-फलों के दाम छुएंगे आसमान 

Haryana news: इससे हरियाणा में 1000 करोड़ का कारोबार पूरी तरह थप हो गया है। इसके अलावा सरकार को भी टोल और हरियाणा रोडवेज की बसें न चलने से हर रोज 10 करोड़ से ज्यादा का नुकशान सरकार को उठाना पड़।
 

Haryana News: हरियाणा में किसान आंदोलन को लेकर हलचल बढ़ गई है।  हरियाणा के साथ साथ कई राज्यों में इंटरनेट सेवाएं ठप पड़ी है।  बता दे की तीन दिन से बंद अंबाला-अमृतसर नेशनल हाईवे के बाद अब हिमाचल और हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को भी सील कर दिया गया है। लोगो को लगातार काफी परेशानी हो रही है। दिल्ली के टीकरी बॉर्डर के बाद कुंडली बॉर्डर से भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह निरस्त कर दिया गया है । इससे दिल्ली, पंजाब और हिमाचल से आने वाली सब्जियां, फल और अन्य राशन का सामान आयात-निर्यात नहीं हो पा रहा है।

इससे हरियाणा में 1000 करोड़ का कारोबार पूरी तरह थप हो गया है। इसके अलावा सरकार को भी टोल और हरियाणा रोडवेज की बसें न चलने से हर रोज 10 करोड़ से ज्यादा का नुकशान सरकार को उठाना पड़। हरियाणा से पंजाब के लिए प्रतिदिन लगभग 400 बसें चलती हैं।

इनके बंद हो जाने के बाद राजस्व को तो नुकसान हुआ ही है। यात्रियों के साथ साथ आमजन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्री निजी वाहनों से संपर्क मार्गों से पंजाब की ओर गए।निजी वाहनों ने किराया भी ज्यादा लिया। वहीं शंभू टोल प्लाजा भी बंद होने से हर रोज 50 लाख के राजस्व का नुकसान हो रहा। वहीं, पंजाब रोडवेज ने भी हरियाणा की ओर जाने वाले करीब 100 रूट बंद कर दिए हैं।

आंदोलन से व्यापार और उद्योगों को करोड़ों-अरबों रुपये के राजस्व नुकशान नुकशान उठाना पड़ेगा। सरकार ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश को पूरी तरह से सील किया हुआ है। 

बता दे की हरियाणा राजस्थान के साथ इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई हुई है जिससे व्यापारी व उद्योगपतियों को भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। -बजरंग गर्ग, प्रदेश अध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल और राष्ट्रीय मुख्य महासचिव, अखिल भारतीय व्यापार मंडल।