Haryana News: चौटाला की पार्टी को मिला जीवनदान, JJP विधायक कांग्रेस के साथ कर गए खेला...दुष्यंत को लेकर कही ये बड़ी बात
Haryana Politics: जेजेपी विधायक रामकरण काला, जिन्होंने अपने बेटों को कांग्रेस में शामिल किया था, कई दिनों की गुमनामी खत्म करने के बाद सामने आए हैं।
May 13, 2024, 16:35 IST
Haryana News, चंडीगढ़। जेजेपी विधायक रामकरण काला, जिन्होंने अपने बेटों को कांग्रेस में शामिल किया था, कई दिनों की गुमनामी खत्म करने के बाद सामने आए हैं। उन्होंने दुष्यंत चौटाला को अपना नेता घोषित किया है और स्पष्ट किया है कि वह पार्टी को तोड़ने के देवेंद्र बबली के प्रयासों के साथ नहीं हैं। काला के बयान ने जेजेपी के शेष विधायकों और पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के पार्टी को तोड़ने के प्रयासों को झटका दिया है।
काला रामकरण काला का बयान
काला रामकरण काला का बयान
रामकरण काला ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब जेजेपी विधायक दल के नेता दुष्यंत चौटाला और उनकी पार्टी राजनीतिक रूप से बिखराव की तरफ बढ़ रही है। कुछ दिन पहले रामकरण काला के दोनों बेटों ने चंडीगढ़ में कांग्रेस में शामिल होकर हुड्डा के नेतृत्व में आस्था जताई थी, जिसके बाद से माना जाने लगा था कि काला भी किसी भी समय कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। काला ने शनिवार को ही एक कार्यक्रम में हुड्डा से मुलाकात की। इस मुलाकात के कुछ घंटे बाद ही काला पलट गए।
हमारी पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला हैं।
हमारी पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला हैं।
ब्लैक संडे पर उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि हमारी पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला हैं। मैं उन्हें अपनी पार्टी का नेता मानता हूं। अगर कोई और व्यक्ति जेजेपी का नेता बनना चाहता है, तो मैं उसके साथ नहीं हूं। मैं पहले दुष्यंत चौटाला के साथ था और आगे भी रहूंगा। देवेंद्र बबली के प्रयासों की अवहेलना करते हुए और दुष्यंत चौटाला को ताकत देते हुए रामकरण कला ने यह बयान जारी किया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्य में नायब सिंह सैनी सरकार को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। जेजेपी के तीन विधायक हैं-देवेंद्र बबली, रामनिवास सूरजखेड़ा और जोगी राम सिहाग। लेकिन तकनीकी रूप से ये विधायक पार्टी नहीं छोड़ सकते क्योंकि उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हो सकती है। ऐसे में इन विधायकों का अगला कदम क्या होगा, यह समय बताएगा।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्य में नायब सिंह सैनी सरकार को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। जेजेपी के तीन विधायक हैं-देवेंद्र बबली, रामनिवास सूरजखेड़ा और जोगी राम सिहाग। लेकिन तकनीकी रूप से ये विधायक पार्टी नहीं छोड़ सकते क्योंकि उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हो सकती है। ऐसे में इन विधायकों का अगला कदम क्या होगा, यह समय बताएगा।