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 Electricty Bill: एक अगस्त से घरेलू बिजली 16 फीसदी तक महंगी, फिक्स्ड चार्जेज दोगुना, आमजन को बड़ा झटका 

शहर में बिजली की आपूर्ति प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा की जाती है, लेकिन जे. ई. आर. सी. तय करता है कि बिजली की कीमत कम होगी या बढ़ेगी।

 

Electricty News: पानी के बाद अब बिजली के दाम बढ़ने से चंडीगढ़ के निवासियों को झटका लगने वाला है। 1 अगस्त से बढ़ेंगी बिजली की कीमतें प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग की याचिका पर सुनवाई के बाद संयुक्त विद्युत नियामक आयोग ने दो स्लैब में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। बिजली 16 प्रतिशत तक महंगी होगी। घरेलू बिजली बिलों पर निर्धारित शुल्क सीधे दोगुना किया जाएगा।ट्रेंडिंग वीडियो

शहर में बिजली की आपूर्ति प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा की जाती है, लेकिन जे. ई. आर. सी. तय करता है कि बिजली की कीमत कम होगी या बढ़ेगी।

इस बार इंजीनियरिंग विभाग ने घरेलू बिजली दरों में 23.35 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, लेकिन सुनवाई के दौरान लोगों ने कीमतों में बढ़ोतरी का कड़ा विरोध किया था। भाजपा नेताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई। खूब बहस हुई। पुलिस बुलानी पड़ी। जेआरसी ने सुनवाई बीच में ही रोक दी थी। ऐसा माना जा रहा था कि बिजली की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी, लेकिन जेईआरसी ने 23.35 प्रतिशत की वृद्धि के बजाय बिजली की कीमतों में 16 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी देकर लोगों को झटका दिया।
प्रारंभिक स्लैब में कोई वृद्धि नहीं है, अन्य दो में, प्रारंभिक स्लैब 0-150 इकाइयों के बीच कोई वृद्धि नहीं है। पहले लोगों को रुपये खर्च करने पड़ते थे।

 2.75 प्रति यूनिट। 151 से 400 यूनिट तक, पहले 4.25 रुपये देने होते थे, अब 4.80 रुपये खर्च करने होंगे। 400 से अधिक इकाइयों के लिए, पहले इसकी कीमत रु। 4.65 प्रति यूनिट, अब इसकी कीमत रु। 5.40 प्रति यूनिट। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी फिक्स्ड चार्ज में हुई है, जिसे सीधे 15 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है। शहर में सबसे अधिक बिजली की खपत वाले घर 151 से 400 यूनिट के बीच हैं। इसलिए आने वाले दिनों में चंडीगढ़ के ज्यादातर घरों का बिजली बिल बढ़ जाएगा।
 

कमर्शियल कैटेगरी के पहले दो स्लैब में दामों में बदलाव नहीं हुआ है। 0-150 यूनिट के अभी भी 4.50 रुपये प्रति यूनिट, 151-400 के लिए 4.70 प्रति यूनिट खर्च करने होंगे। 400 यूनिट से ऊपर के लिए पहले 5.00 रुपये प्रति यूनिट की जगह 5.90 रुपये खर्च करने होंगे।

यह है टैरिफ डोमेस्टिक

यूनिट स्लैब          पहले              अब
0-150             2.75                   2.75
151-400         4.25                  4.80
400 से अधिक    4.65                5.40
फिक्स्ड चार्जेस      15                   30

कामर्शियल टैरिफ

यूनिट स्लैब            पहले             अब
0-150                4.50               4.50
151-400             4.70              4.70
400 से ऊपर          5.00            5.90

21 जून को हुई थी सुनवाई 

ज्वाइंट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (जेईआरसी) ने 21 जून को सुनवाई रखी थी। सेक्टर-10 के गवर्नमेंट म्यूजियम और आर्ट गैलरी का ऑडिटोरियम लोगों से खचाखच भरा था। एक-एक कर सब अपनी बात रख रहे थे। लेकिन कांग्रेस के नेता की तरफ से किए गए राजनीतिक टिप्पणी की वजह से माहौल खराब हो गया। भारी हंगामे के बीच धक्का मुक्की तक हो गई। यह सब देखकर जेईआरसी के चेयरमैन ने सुनवाई को रोक दिया और उठकर चले गए थे। सुनवाई के दौरान प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग की तरफ से बताया गया कि विभाग की वर्तमान स्थिति क्या है और क्यों उन्हें बिजली के दाम बढ़ाने की जरूरत पड़ी है। कहा कि जो पैसा आएगा वह बिजली की खरीद में ही जाएगा।

बिजली मुफ्त करने का वादा करके सांसद बने मनीष तिवारी

शहर में मुफ्त बिजली का वादा पिछले काफी समय से आम आदमी पार्टी कर रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में भी यह मुद्दा गरम रहा। सांसद मनीष तिवारी ने 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था। उन्होंने इसे चुनावी मेनिफेस्टो में भी डाला। दावा किया था कि शहर के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। इसको लेकर नगर निगम के सदन की बैठक में प्रस्ताव भी पास कर दिया गया लेकिन प्रशासक ने इस पर रोक लगा दी। हालांकि नगर निगम में अभी इस बात को लेकर बहस चल रही है कि वह रोक जायज है या नहीं।