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Haryana के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला छोड़ सकते हैं BJP? समर्थकों से मीटिंग की...

हरियाणा में कांडा भाइयों का भाजपा के साथ टकराव चल रहा है। गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा सिरसा की रानिया सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस अवसर पर राज्य के बिजली मंत्री रंजीत चौटाला भी उपस्थित थे।
 

Sirsa News: चौटाला ने चेतावनी दी कि अगर हलपा-भाजपा गठबंधन चुनाव लड़ता है और रानिया सीट से किसी और को मैदान में उतारा जाता है तो वह अपना फैसला लेने के लिए मजबूर होंगे।

हरियाणा में कांडा भाइयों का भाजपा के साथ टकराव चल रहा है। गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा सिरसा की रानिया सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस अवसर पर राज्य के बिजली मंत्री रंजीत चौटाला भी उपस्थित थे। वर्तमान में वह इसी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक की। बैठक में भाजपा नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया था।

इस मीटिंग में रणजीत चौटाला ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। रणजीत चौटाला ने गोपाल कांडा को लेकर तीखी बयानबाजी की। रणजीत चौटाला ने कहा- ''गोपाल कांडा का काम है। 1 सीट जीतो और फिर सीएम से CLU करवाओ। इस बार ये सिरसा भी हारेंगे।''

इसी बीच सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि 22 अगस्त को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा की मौजूदगी में रणजीत चौटाला चंडीगढ़ में कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं।

सिरसा से भाजपा के जिला अध्यक्ष शीशपाल कंबोज ने कहा कि रणजीत चौटाला के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने इस बैठक में सिर्फ अपने समर्थकों को ही बुलाया है।

1. मैं 100% रानियां से ही चुनाव लड़ूंगा

रणजीत चौटाला ने रानिया में आयोजित वर्कर मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं 100 प्रतिशत रानियां से चुनाव लड़ूंगा। हलोपा से रानियां से उम्मीदवार उतारे जाने पर रणजीत सिंह ने कहा कि अकाली दल पुरानी पार्टी है। बादल साहब 25 साल मुख्यमंत्री रहे और उसके बाद उसके बाद अकाली दल भी 2 विधानसभा सीटों पर चली गई। उतर प्रदेश में मायावती ने सिंगल पार्टी की सरकार बनाई थी। बिहार देख लो सब जगह ले लो क्षेत्रीय दल खत्म होते जा रहे हैं।

2. गोपाल कांडा सिरसा भी हारेगा
मैं नहीं मानता हलोपा की सिरसा सीट भी निकलेगी। आज के दिन वह कहीं फाइट में नहीं है। रीजनल पार्टियों का काम एक है कि अपना लाईसेंस ले लो, एमएलए बन जाओ और सीएलयू पास करवाओ। इनका(हलोपा) ना तो मेरे हलके रानियां में कोई रोल है और ना कहीं और इनकी तो सिरसा में भी हालात खराब हैं।

3. रणजीत चौटाला ने कहा- भाजपा के शीर्ष नेताओं से हो चुकी बात
चौटाला ने कहा कि मेरी शीर्ष नेतृत्व से बात हुई है। हलोपा को सिर्फ एक सीट मिलेगी वो भी तब जब बीजेपी जॉइन करेगा तब। वह भी सिरसा सीट ही मिलेगी। मैं 100 प्रतिशत आश्वस्त हूं कि मुझे भाजपा से टिकट मिलेगा। आज की मीटिंग के बारे में रणजीत चौटाला ने कहा कि मैं सभी लोगों के पास जाऊं, घूमू इससे अच्छा सबको बुला लिया और अब मैं गांव-गांव जाता रहूंगा।

4. भाजपा वर्करों के मीटिंग में न आने पर बोले- मैं पार्टी के साथ
रणजीत चौटाला से जब पूछा गया कि आज की मीटिंग में भाजपा वर्कर नहीं आए तब चौटाला ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का सम्मानित मेंबर हूं और भारतीय जनता पार्टी के साथ हूं। सारी चीजें हाईकमान तय करता है।

5. सर्वे में मैं मजबूत, भाजपा सरकार बनाएगी
रणजीत चौटाला ने कहा कि आज भी सर्वे में सबसे ज्यादा मजबूत मैं हूं। भाजपा को सरकार बनानी है इसके लिए एक-एक जिताऊ कैंडिडेट चाहिए। रणजीत ने कहा कि आने वाली सरकार बीजेपी की बन रही है। हम लोकसभा में 44 विधानसभा सीट जीते हैं और कांग्रेस 42 में जीती थी।

कांडा की शिकायत कर चुके चौटाला
पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला रानिया सीट से विधायक रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। फिर वे भाजपा में शामिल हुए और हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा। हालांकि वे चुनाव हार गए।

वहीं गोपाल कांडा सिरसा से विधायक हैं। उनके भाई गोविंद कांडा भाजपा में हैं लेकिन उन्होंने अपने बेटे धवल को गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) से रानियां से उम्मीदवार घोषित किया है।

रानियां हलके से उम्मीदवार हलोपा उतारने पर रणजीत चौटाला गोपाल कांडा की शिकायत पार्टी नेतृत्व से कर चुके हैं। अभी BJP की तरफ से रणजीत चौटाला की शिकायत पर कोई कार्रवाई या प्रतिक्रिया नहीं आई है।

चूंकि मुख्यमंत्री नायब सैनी पहले ही कह चुके हैं तो भाजपा भी हलोपा के साथ गठबंधन की घोषणा जल्द कर सकती है। इससे पहले ही रणजीत चौटाला ने भाजपा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।

सूत्रों के मुताबिक पार्टी और RSS सर्वे के अनुसार रणजीत चौटाला से रानियां विधानसभा हलके के लोग नाराज हैं। उनकी रिपोर्ट ठीक नहीं आई है। इसकी मुख्य वजह रानियां हलका छोड़कर हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना है। ऐसे में पार्टी रानियां में रिस्क नहीं लेना चाहेगी।