Haryana: जींद में हुई महापंचायत, हाईवे किया जाम, अब सरकार को दिया ये अल्टीमेटम
किसानों की महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि अगर अनीश खटकर सहित सभी किसान नेताओं को 27 अप्रैल तक रिहा नहीं किया जाता है, तो किसान मिलेंगे और आंदोलन पर फैसला करेंगे।
Apr 22, 2024, 17:57 IST
Haryana Kisan Andolan: हरियाणा के जींद के खटकर गांव में आयोजित किसानों की महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि अगर अनीश खटकर सहित सभी किसान नेताओं को 27 अप्रैल तक रिहा नहीं किया जाता है, तो किसान मिलेंगे और आंदोलन पर फैसला करेंगे।
पंचायत के बाद खटकर गांव के पास जींद-पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग को भी एक घंटे के लिए अवरुद्ध कर दिया गया। किसानों ने कहा कि यह केवल एक प्रतीकात्मक जाम था, यदि आवश्यक हो तो सड़क को अनिश्चित काल के लिए बंद किया जा सकता है। महापंचायत में जगजीत सिंह दल्लेवाल पहुंचे थे, लेकिन सरवन के पंढेर की बेटी की बीमारी के कारण नहीं पहुंचे।
समारोह सुबह 12 बजे शुरू हुआ। इसके बाद भाषणों का सिलसिला चलता रहा। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि सरकार किसानों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रही है। जेल गए किसानों के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, लेकिन सरकार किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए यह कदम उठा रही है।
डल्लेवाल ने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की उनकी यही मांग होगी। महापंचायत में तय हुआ कि अगर किसान नेता 27 अप्रैल तक जेल से बाहर नहीं आए तो किसान बड़े आंदोलन का फैसला लेने पर मजबूर होंगे। गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बारिसाल में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसलिए पंचायत में किसी बड़े आंदोलन की घोषणा नहीं की गई। सभी वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में 27 अप्रैल तक का समय सरकार और प्रशासन को दिया गया है। इसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
अनीश खटकड़ महापंचायत के आयोजक कैप्टन भूपिंदर सिंह जगलान ने कहा कि पुलिस और प्रशासन की टीम से भी बात की गई है। जेल में अनीश खटकड़ से मिलकर उनकी भूख हड़ताल शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। किसान कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। संघर्ष जारी रहेगा।
पंचायत के बाद खटकर गांव के पास जींद-पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग को भी एक घंटे के लिए अवरुद्ध कर दिया गया। किसानों ने कहा कि यह केवल एक प्रतीकात्मक जाम था, यदि आवश्यक हो तो सड़क को अनिश्चित काल के लिए बंद किया जा सकता है। महापंचायत में जगजीत सिंह दल्लेवाल पहुंचे थे, लेकिन सरवन के पंढेर की बेटी की बीमारी के कारण नहीं पहुंचे।
समारोह सुबह 12 बजे शुरू हुआ। इसके बाद भाषणों का सिलसिला चलता रहा। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि सरकार किसानों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रही है। जेल गए किसानों के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, लेकिन सरकार किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए यह कदम उठा रही है।
डल्लेवाल ने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की उनकी यही मांग होगी। महापंचायत में तय हुआ कि अगर किसान नेता 27 अप्रैल तक जेल से बाहर नहीं आए तो किसान बड़े आंदोलन का फैसला लेने पर मजबूर होंगे। गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बारिसाल में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसलिए पंचायत में किसी बड़े आंदोलन की घोषणा नहीं की गई। सभी वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में 27 अप्रैल तक का समय सरकार और प्रशासन को दिया गया है। इसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
अनीश खटकड़ महापंचायत के आयोजक कैप्टन भूपिंदर सिंह जगलान ने कहा कि पुलिस और प्रशासन की टीम से भी बात की गई है। जेल में अनीश खटकड़ से मिलकर उनकी भूख हड़ताल शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। किसान कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। संघर्ष जारी रहेगा।