Haryana News: पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और दुष्यंत चौटाला की हुई मीटिंग, जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच आज एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बैठक हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास पर हुई। बताया जा रहा है कि यह बैठक 30 मिनट तक चली।
Mar 14, 2024, 19:27 IST
Haryana Breaking News, चंडीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच आज एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बैठक हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास पर हुई। बताया जा रहा है कि यह बैठक 30 मिनट तक चली। इस दौरान किन मुद्दों पर चर्चा हुई, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 14 सीटें जीती थीं। मनोहर लाल खट्टर के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। गठबंधन सरकार साढ़े चार साल तक चली। लेकिन 12 मार्च को गठबंधन अचानक टूट गया। हालांकि, अभी तक किसी भी दल ने अपने गठबंधन की घोषणा नहीं की है।
2019 में, जिसके परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। भाजपा का 75 से अधिक का मिशन 40 सीटों के साथ रुक गया और जेजेपी की सत्ता की चाबी खुली रह गई। जेजेपी 10 सीटों के साथ किंगमेकर के रूप में उभरी। हालांकि, सभी 7 निर्दलीय भी सत्तारूढ़ दल के साथ चले गए। वहीं, कांग्रेस को 30 सीटें मिली हैं। अभय चौटाला ने ऐलनाबाद से चुनाव जीता। अभय चौटाला ने सत्ता के साथ जाने के बजाय विपक्ष में बैठने का फैसला किया।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 14 सीटें जीती थीं। मनोहर लाल खट्टर के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। गठबंधन सरकार साढ़े चार साल तक चली। लेकिन 12 मार्च को गठबंधन अचानक टूट गया। हालांकि, अभी तक किसी भी दल ने अपने गठबंधन की घोषणा नहीं की है।
2019 में, जिसके परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। भाजपा का 75 से अधिक का मिशन 40 सीटों के साथ रुक गया और जेजेपी की सत्ता की चाबी खुली रह गई। जेजेपी 10 सीटों के साथ किंगमेकर के रूप में उभरी। हालांकि, सभी 7 निर्दलीय भी सत्तारूढ़ दल के साथ चले गए। वहीं, कांग्रेस को 30 सीटें मिली हैं। अभय चौटाला ने ऐलनाबाद से चुनाव जीता। अभय चौटाला ने सत्ता के साथ जाने के बजाय विपक्ष में बैठने का फैसला किया।