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रतन टाटा के बाद कौन संभालेगा टाटा समूह की विरासत? जानें विस्तार से

रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया, जिससे उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। रतन टाटा न केवल टाटा समूह के चेयरमैन थे, बल्कि उन्होंने भारतीय उद्योग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया। अब सवाल उठता है कि उनके निधन के बाद टाटा समूह की विरासत को कौन संभालेगा?
 

Ratan Tata News: रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया, जिससे उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। रतन टाटा न केवल टाटा समूह के चेयरमैन थे, बल्कि उन्होंने भारतीय उद्योग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया। अब सवाल उठता है कि उनके निधन के बाद टाटा समूह की विरासत को कौन संभालेगा?

रतन टाटा ने अपने जीवनकाल में किसी उत्तराधिकारी की घोषणा नहीं की थी। ऐसे में अब यह जिम्मेदारी टाटा ट्रस्ट पर है, जो टाटा समूह की मूल कंपनी टाटा संस का संचालन करता है। 

टाटा समूह के दो प्रमुख ट्रस्ट हैं: सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट, सर रतन टाटा ट्रस्ट।  इन ट्रस्टों के माध्यम से टाटा संस में करीब 52% हिस्सेदारी है, जिससे यह समूह का नियंत्रण करता है।

67 साल के नोएल टाटा, जो कि रतन टाटा के सौतेले भाई हैं, को टाटा ट्रस्ट का नया प्रमुख बनाए जाने की सबसे अधिक संभावना है। नोएल टाटा ने अपने करियर में टाटा समूह की कई प्रमुख कंपनियों जैसे ट्रेंट, टाइटन और टाटा स्टील में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी नियुक्ति से पारसी समुदाय भी संतुष्ट होगा, क्योंकि रतन टाटा भी पारसी समुदाय से थे और टाटा ट्रस्ट का नेतृत्व पारसियों के हाथों में ही रहा है।

नोएल टाटा की नियुक्ति से टाटा ट्रस्ट का नेतृत्व मजबूत और स्थिर हो सकता है। हालांकि, उनके और रतन टाटा के बीच व्यक्तिगत मतभेदों की खबरें रही हैं, लेकिन रतन टाटा के अंतिम दिनों में उनके संबंध फिर से बेहतर हो गए थे।