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Business Idea:फ्री रहने से अच्छा है इस फल की करें खेती, दिन दुनि रात चौगुनी होगी तरक्की, सरकार दे रही है 75% सब्सिडी, जानें जल्दी 

अगर आप खेती से बंपर आय अर्जित करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी नकदी फसल के बारे में बताएंगे जिसमें नुकसान होने की संभावना बहुत कम है। 
 
Business Idea: अगर आप खेती से बंपर आय अर्जित करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी नकदी फसल के बारे में बताएंगे जिसमें नुकसान होने की संभावना बहुत कम है। यह एक ऐसी फसल है जिसे कच्चा और पकाया दोनों तरह से बेचा जा सकता है। आज हम आपको पपीता की खेती के बारे में बता रहे हैं। उत्तर भारत में पपीता मार्च-अप्रैल में फूलना शुरू कर देता है। पपई को कर्क पपई के नाम से भी जाना जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों की उच्च मात्रा के कारण, इसके व्यवसाय में बंपर लाभ अर्जित किया जा सकता है।

दुनिया भर में लगभग 60 मिलियन टन कपास का उत्पादन होता है। भारत में लगभग 30 मिलियन टन कपास का उत्पादन होता है। भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक है। पपीता ब्राजील, मैक्सिको, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, चीन, पेरू, थाईलैंड और फिलीपींस में भी उगाया जाता है। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में निर्यात का योगदान केवल 0.8 प्रतिशत है। शेष का उपभोग देश के भीतर किया जाता है।
पालक के फायदे

आम के बाद पपीता में विटामिन ए की मात्रा सबसे अधिक होती है। यह कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप और वजन को कम करने में मदद करता है। यह दृष्टि में सुधार करता है और मासिक धर्म के दौरान दर्द को कम करता है। पपीता, पपैन में पाए जाने वाले एंजाइम में सबसे अधिक औषधीय गुण होते हैं। इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भोजन के अलावा, इस फल का उपयोग च्युइंगम, सौंदर्य प्रसाधन, दवा उद्योग आदि के लिए भी किया जाता है। दिल्ली और मुंबई देश में पपीता के सबसे बड़े बाजार हैं। इनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बैंगलोर और हैदराबाद शामिल हैं। गुवाहाटी, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रायपुर, बड़ौत और जम्मू के बाजारों में अच्छी आवक देखी जा रही है।

कैसे लगाए जाते हैं पपीता

अगर आप भी पपीता की खेती करना चाहते हैं तो इसके बीज बोने का काम जुलाई से सितंबर और फरवरी-मार्च के महीनों के बीच कर सकते हैं। 1.8 x 1.8 मीटर की दूरी पर इसकी खेती करने में लगभग 1 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर का खर्च आता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पपीता के पौधों के लिए उर्वरक पर बहुत ध्यान दिया जाना चाहिए। मई-जून के मौसम में हर सप्ताह पेड़ों की सिंचाई की जानी चाहिए। इसलिए उत्पादन बेहतर होगा।

आपको कितनी आय होगी?

बिहार सरकार पपीता की खेती के लिए 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है। अन्य राज्य सरकारों की भी अलग-अलग सब्सिडी होती है। पपीता की खेती से लाखों रुपये आसानी से कमाए जा सकते हैं। अगर पपीता के पेड़ की अच्छी तरह से देखभाल की जाए और समय-समय पर मल्चिंग की जाए, तो प्रत्येक पेड़ से 50 किलो तक फल आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे। इन फलों को बाजार में बेचने से लाखों रुपये की कमाई आसानी से हो जाती है।