{"vars":{"id": "100198:4399"}}

Interest Free Loan: इस राज्य में युवाओं को मिलेगा 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन, सरकार ने किया ऐलान

 

युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार उन्हें पांच लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराएगी। बैंकों के माध्यम से दिए जाने वाले इस ऋण की गारंटी भी सरकार देगी। अगले दस साल में दस लाख लाभार्थियों को इस योजना से जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर गुरुवार को लोकभवन सभागार में आयोजित समारोह में यह घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने 20 हजार करोड़ के ऋण वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया और प्रतीकात्मक रूप से कुछ लाभार्थियों को चेक भी सौंपे।

उन्होंने प्रतिज्ञा योजना के तहत झांसी में निर्मित पहले निजी औद्योगिक पार्क (रानी लक्ष्मी बाई प्रतिज्ञा पार्क) का भी उद्घाटन किया और एमएसएमई प्रदर्शन को बढ़ाने और गति देने (आरएएमपी) योजना का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, ओडीओपी और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के लाभार्थियों को टूलकिट भी वितरित किए गए।

एमएसएमई को अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया

मुख्यमंत्री ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि उचित प्रोत्साहन के अभाव में यह क्षेत्र दम तोड़ रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2017 के बाद राज्य सरकार के प्रयासों से आज यह सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला क्षेत्र है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश देश की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, आज यह देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।

देश में सबसे ज्यादा रोजगार सृजित करने वाला राज्य भी यूपी ही है। उन्होंने डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर का विशेष तौर पर जिक्र किया। उन्होंने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर में 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश आया है। मुख्यमंत्री ने एमएसएमई नीति के तहत दी जा रही सुविधाओं और रियायतों पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा कि पिछले साल प्रदेश के उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो का आयोजन किया गया था। इस साल भी 25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा में ट्रेड शो का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दुर्घटना बीमा के तहत अब तक 24.60 लाख पंजीकरण हो चुके हैं।

उन्होंने सभी एमएसएमई उद्यमियों को इस योजना का लाभ उठाने की सलाह दी। कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।