Demat account: डिमैट अकाउंट खुलवाने से पहले रखें इन खास बातों का ध्यान नहीं तो झेलनी पड़ सकती है परेशानी
अगर आप भी डिमैट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो हम आपको डिमैट अकाउंट के ओपन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इनके बारे में आपको बताने जा रहे हैं नहीं तो भविष्य में आपको उठानी पड़ सकती है परेशानियां
भारत में कई ऐसे भी ब्रोकर होते हैं जो ठगी करते हैं ऐसे में इन ठग से बचने के लिए आपको विश्वसनीयता और नियमित मनको के पालन करने वाले ब्रोकर से ही मदद लेनी चाहिए।
पेमेंट अकाउंट ओपन करते समय अकाउंट ओपनिंग चार्ज भी कंपनी द्वारा लिया जाता है इसके अलावा कई कंपनियां अकाउंट की देखभाल के लिए भी मेंटेनेंस चार्ज लेती है इस तरह के चार्ज के बारे में आपको पहले से पता होना चाहिए ताकि यह सभी चार्ज हर एक डिमैट अकाउंट का अलग-अलग होता है जिस डिमैट अकाउंट में यह चार्ज कम लगता है उसी में आपको अकाउंट बनवाना चाहिए।
ऐसे में अगर आप पहली बार ही डिमैट अकाउंट ओपन कर रहे हैं तो आपको ऐसे ब्रोकर की तलाश करनी चाहिए जो काम कर ले और उसकी एएमसी दरें भी किफायती हो।
वर्तमान में स्टॉक ट्रेडिंग के लिए कई मोबाइल एप और वेब इंटरनेट पर सहीत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
कई ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म भी है जिनमें आपके साथ फ्रॉड हो सकता है।इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आपको एक अच्छे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को सेलेक्ट करना चाहिए।
अगर आप लंबे समय तक शेयर मार्केट में निवेश करने का सोचते हैं, तो आपको एक ऐसे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को सेलेक्ट करना चाहिए जिसका इंटरफेस स्ट्रांग और उसे ब्रोकर के कई ऑप्शन मौजूद हो जिससे आपको समस्या नहीं झेलनी पड़े।
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको यह भी रिसर्च करना जरूरी है कि अगर आप सही तरीके से रिसर्च करते हैं तब ऋषभ की संभावना कम हो सकती है एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि ब्रोकरेज फर्म रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर ट्रेडिंग की सलाह देता है।
कई ब्रोकरेज फर्म निवेशकों से चार्ज भी लेता है ऐसे में आपको कई ब्रोकरेज फर्म के चार्ज की तुलना करनी चाहिए इसके अलावा आपको ट्रांजैक्शन चार्ज और बाकी चार्ज की भी तुलना करनी चाहिए फिर अपना डिमेंट अकाउंट बनाना चाहिए।