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पब्लिक सेक्टर बैंकों ने बढ़ाई MCLR दरें, अब होंगे लोन महंगे 

पब्लिक सेक्टर बैंकों द्वारा MCLR दरों में की गई बढ़ोतरी से लोन धारकों को बढ़ी हुई EMI का सामना करना पड़ेगा। इसलिए, मौजूदा लोन धारकों और नए लोन लेने वालों को इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपने वित्तीय निर्णय लेने चाहिए। यह बढ़ोतरी भारतीय वित्तीय बाजार में ब्याज दरों के बढ़ते दबाव को भी दर्शाती है, जो कि निकट भविष्य में और भी बदलावों का संकेत हो सकता है।
 

MCLR Rates Increase; पब्लिक सेक्टर बैंकों द्वारा MCLR दरों में की गई बढ़ोतरी से लोन धारकों को बढ़ी हुई EMI का सामना करना पड़ेगा। इसलिए, मौजूदा लोन धारकों और नए लोन लेने वालों को इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपने वित्तीय निर्णय लेने चाहिए। यह बढ़ोतरी भारतीय वित्तीय बाजार में ब्याज दरों के बढ़ते दबाव को भी दर्शाती है, जो कि निकट भविष्य में और भी बदलावों का संकेत हो सकता है।

पब्लिक सेक्टर बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और यूको बैंक ने अपने ग्राहकों को झटका देते हुए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में बढ़ोतरी की है। यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बेंचमार्क ब्याज दर को 6.50% पर बनाए रखने के बाद उठाया गया है। इस बढ़ोतरी का सीधा असर ग्राहकों के लोन की EMI पर पड़ेगा।

प्रमुख बैंकों की MCLR दरों में बदलाव

RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की अगस्त 2024 की बैठक के बाद इन बैंकों ने अपनी MCLR दरों को रिवाइज किया है। नीचे दी गई तालिका में प्रमुख बैंकों की MCLR दरों में बदलाव की जानकारी दी गई है:

बैंक पीरियड पिछला MCLR (%) रिवाइज MCLR (%) लागू तिथि
केनरा बैंक रातों रात 8.20 8.25 12 अगस्त, 2024
1 महीना 8.35 8.35
3 महीने 8.75 8.80
6 महीने 8.75 8.80
1 वर्ष 8.95 9.00
2 साल 9.25 9.30
3 वर्ष 9.35 9.40
यूको बैंक 1 महीना 8.30 8.35 10 अगस्त, 2024
1 वर्ष 8.90 8.95
बैंक ऑफ बड़ौदा 3 महीने 8.45 8.50 12 अगस्त, 2024
6 महीने 8.70 8.75
1 वर्ष 8.90 8.90


MCLR दरों में बढ़ोतरी का प्रभाव

MCLR दरों में इस बढ़ोतरी से ग्राहकों की लोन EMI में वृद्धि होगी। यह बढ़ोतरी न केवल नए लोन धारकों को प्रभावित करेगी, बल्कि मौजूदा लोन धारकों की EMI भी बढ़ सकती है, जो कि MCLR दर पर आधारित होती है।