गूगल पे, फोन पे के नियमों में होगा बड़ा बदलाव, करोड़ों यूजर्स पर पड़ेगा असर
NPCI:भारत देश के अंदर आपको करोड़ों की संख्या में गूगल पे, फोन पे, यूजर्स मिल जाएंगे। गूगल पे फोनपे लोगों के जीवन को काफी आसान बना दिया है। इन यूपीआई के हमारे जीवन में आने के बाद लोगों को केस के झंझट से मुक्ति मिली है।
गूगल पे, फोन पे यूजर्स के लिए नियमों में बदलाव की बड़ी खबर निकल कर सामने आई है।
ज्ञात होगी भारत देश के अंदर इन दो यूपीआई एप पर भारत के लगभग 85% यूजर्स निर्भर करते हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने दो ऐप्स पर 85% निर्भरता को खतरनाक बताया है। NPCI ने थर्ड पार्टी पेमेंट वॉलेट हेतु 2022 में नियम बनाते हुए UPI ट्रांजेक्शन में अधिकतम 30 प्रतिशत हिस्सेदारी का नियम लागू किया था। लेकिन वर्तमान में गूगल पर और फोन पर की हिस्सेदारी 85% के लगभग हो चुकी है।
हालांकि NPCI ने थर्ड पार्टी पेमेंट वॉलेट नियम में गूगल पे, फोन पे और वॉलमार्ट को 2022 में 2 साल की मोहलत दी थी जो इसी वर्ष दिसंबर में खत्म हो जाएगी। अब इन एप्स को 1 जनवरी 2025 से पहले अपनी हिस्सेदारी को 30% करने का इंतजाम करना होगा।
गूगल पे, फोन पे पर लग सकता है नए ग्राहक जोड़ने पर प्रतिबंध
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया गूगल पे, फोन पे पर नए ग्राहक जोड़ने पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया जोखिम कम करने के लिए 30 प्रतिशत यूपीआई मार्केट सीलिंग को लागू कर 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी वाले ऐप पर नए ग्राहक जोड़ने से रोकने हेतु तैयारी कर रहा है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अधिकारी ने बताया कि यह काम करते वक्त यूजर्स को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। क्योंकि हम यूजर्स की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यह काम चरणबद्ध तरीके से करने जा रहे हैं। हालांकि अब गूगल पे, फोन पे को नए यूजर्स जोड़ने में परेशानी आ सकती है