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राशन डिपो पर मिलने वाला सरसों का तेल नकली है या असली, इस आसन से तरीके से घर बैठे कर सकते हैं चेक


You can check whether the mustard oil available at the ration depot is fake or real, sitting at home in this easy way.
 

अगर आप भी राशन डिपो से मिलने वाले हैफड का सरसों का तेल लेते हैं, तो आज ही इसे पहले जांच पर ले और बाद में इस्तेमाल करें। क्योंकि शायद ही देश के अंदर ऐसा कोई सरकारी डिपार्टमेंट बचा होगा जिसमें मिलावट खोरी, रिश्वतखोरी नहीं चलती होगी। लेकिन यह मामला सीधे आपके स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है इसलिए हम आपको पहले ही आगाह कर रहे हैं कि अगर आप राशन डिपो पर मिलने वाले सरसों के तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो पहले इसके असली नकली की जांच पड़ताल करें उसके बाद इसे प्रयोग करें। हैफेड का यह सरसों का तेल नकली होगा तो आपका संपूर्ण परिवार भी बीमार पड़ सकता है। यह बात हम इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि अभी हाल ही में हरियाणा प्रदेश के भिवानी जिले से इस तेल में मिलावट खोरी का बड़ा मामला सामने आया है।

खबर के अनुसार हरियाणा प्रदेश के भिवानी जिले के गांव तालु के एक किसान अनिल पंगाल ने इस मामले को उजागर करते हुए बताया कि हमने राशन डिपो पर मिलने वाले हैफड मार्का के सरसों के तेल को घर लाकर फ्रिज में रख दिया था। जब हमने दूसरे दिन फ्रिज में से इस तेल को बाहर निकाल तो यह पूरी तरह जमा हुआ निकला। जी हां यह बात बिल्कुल सच है। अपने सरसों के तेल को कभी भी जमते हुए नहीं देखा होगा। लेकिन हरियाणा प्रदेश के भिवानी जिले में एक किसान द्वारा राशन डिपो से लाया गया हैफेड का सरसों का तेल फ्रिज में रखने के बाद पूरी तरह जम गया। भिवानी जिले के गांव तालु के किसान अनिल पंगाल ने बाकायदा इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जो अब खूब वायरल हो रहा है। अनिल पंगाल का कहना है कि राशन डिपो में मिलने वाला यह सरसों का तेल पूरी तरह से मिलावटी है और प्रयोग करने लायक नहीं है। अगर आप इसका प्रयोग करते हैं तो भविष्य में आपका परिवार बीमार भी पड़ सकता है।

यह तरीका अपनाकर चेक करें सरसों का तेल नकली है या असली

राशन डिपो में मिलने वाला सरसों का तेल आजकल हमें प्रत्येक घर में देखने को मिल जाएगा। यह तेल सरकार द्वारा लोगों को लगभग फ्री में दिया जाता है। अगर आप भी अपने घर में डिपो पर मिलने वाले इस तेल का प्रयोग करते हैं तो प्रयोग करने से पहले इसकी जांच अवश्य कर ले कि यह नकली है या असली। क्योंकि किसानों का मानना है कि राशन डिपो में मिलने वाला यह तेल सरसों का न होकर इसमें पाम आयल की मिलावट ज्यादा की जाती है। पाम आयल स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक माना जाता है। हालांकि अभी तक इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि इस तेल में पाम आयल की मात्रा होती है या नहीं। यह सिर्फ किसानों द्वारा अंदेशा लगाया जा रहा है। इसलिए आप भी इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले इसे अपने घर में कुछ समय के लिए इसे फ्रिज में रख दें। अगर सरसों का तेल फ्रिज में रखने के बाद जम जाता है तो इस तेल में मिलावट मिलेगी। अगर यह तेल फ्रिज में रखने के बाद जमता नहीं है तो यह पेवर सरसों का तेल मिलेगा। इसलिए आप अपने घर में इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले एक बार जांच पड़ताल अवश्य कर लें।