220 लोग पहुंचे समस्याएं लेकर समाधान शिविर, डीसी ने अधिकांश समस्याओं का हाथोंं-हाथ करवाया समाधान
जींद में स्थानीय लघु सचिवालय परिसर स्थित कॉंफ्रेंस हॉल में मंगलवार को आयोजित समाधान शिविर में करीब 220 समस्याएं आई। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने अधिकांश समस्याओं का हाथों-हाथ समाधान करवाया। उन्होंने निर्देश दिए कि बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निपटाया जाए। समस्या लेकर आने वाले व्यक्ति से समस्या के समाधान के लिए आवश्यक दस्तावेज लिए जाएं।
उन्होंने कहा कि समस्याओं के समाधान के साथ-साथ लोगों की संतुष्टि भी जरूरी है।
समाधान शिविर में विशेषतौर पर जमीन पैमाइश, खेतों में नालों का निर्माण, जमीन से अवैध कब्जा हटवाने, गली निर्माण, दिव्यांग और वृद्धावस्था पेंशन, मकान निर्माण, प्लॉट दिलवाने, लाडली योजना का लाभ दिलाने, इंतकाल करवाने, पीपीपी में त्रुटियों को दुरूस्त करने सहित विभिन्न प्रकार की समस्याएं आईं। डीसी ने सभी समस्याओं की गंभीरता से सुना।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों समाधान के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें, इसके लिए तत्परता के साथ कार्रवाई करें। शिविर में अनेक लोगों ने मकान बनाने के लिए प्लाट दिलवाने या फिर मकान निर्माण हेतू सहायता राशि दिलवाने की मांग की।
समाधान शिविर में गांव सिंहवाला निवासी धूप सिंह ने उनके हिस्से की जमीन दिलवाने की मांग की। गांव झील निवासी रघुबीर ने डीसी को बताया कि उसके बेटे देवेंद्र ने अंतरजातीय विवाह किया है, लेकिन उसको सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि नहीं मिली है। गांव भैरो खेड़ा निवासी प्रवीण ने डीसी को बताया कि उनके नाम उनकी खेत की जमीन से कटा हुआ प्लाट है, लेकिन उस पर किसी और का कब्जा है, उन्होंने प्लॉट पर कब्जा दिलाने की मांग की। स्थानीय कृष्णा कॉलोनी निवासी सूरजमल ने डीसी ने जमीन के इंतकाल करवाने की मांग की। स्थानीय एकता नगर निवासी संदीप ने उपायुक्त को बताया कि एक प्रॉपर्टी में उनका नाम नही है, जिससे उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वीना ने मकान बनवाने और रघुबीर ने राशन कार्ड में नाम दुरुस्त करवाने की मांग की। इसी प्रकार से शहर निवासी सतपाल ने डीसी से सीनियर सिटीजन कार्ड बनवाने की मांग की ताकि बस किराए में रियायत मिले। गांव खरक गादिया निवासी दिलबाग ने उनकी बंद हुई पेंशन को फिर से चालू करवाने की मांग की।
गांव गोबिंदपुरा निवासी अनीता ने आग से उनके घर में हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा राशि दिलवाने, गांव भोसला की गलियों से अवैध कब्जे हटवाने की मांग की। इसी प्रकार से गांव किनाना, घिमाणा और बहबलपुर के ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि उनके गांवों की कुछ जमीन का आधा हिस्सा जुलाना उपमंडल में तथा आधा जींद में लगता है, इससे उनको फर्द लेने के लिए दो जगह जाना पड़ता है। उन्होंने डीसी से मांग करते हुए कहा कि उनकी इस जमीन को जींद में शामिल किया जाए ताकि उनकी परेशानी दूर हो। डीसी ने संबंधित अधिकारियों ने इन समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए।
डीसी ने अनेक समस्याओं का मौके पर ही किया समाधान
राजा की कोठी क्षेत्र निवासी बीता ने डीसी को बताया कि वह कई दिनों से परिवार पहचान पत्र में नाम सही करवाने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है, इस पर डीसी ने वहीं बैठे क्रीड के अधिकारियों को गीता की समस्या का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए, इस पर गीता ने डीसी का आभार जताया।
गांव तलोडा खेड़ी ने भी अपने परिवार पहचान पत्र में उनके पिता का नाम फिर से जोड़ने की मांग की, जो कि डीसी ने मौके पर ही समाधान करने के निर्देश दिए।
राज नगर निवासी मुकेश ने बताया कि उनकी बेटी का लाडली योजना कार्ड में नाम सही नहीं है, इस पर डीसी ने मौके पर ही मौजूद जिला कार्यक्रम अधिकारी को तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। भूपेंद्र नगर निवासी निर्मला ने डीसी को बताया कि उनकी पीआईडी उनकी मां के नाम है, जबकि उन्होंने तीन बार आनलाइन दुरूस्त करवा लिया, लेकिन फिर भी सही नहीं हो पा रही है। डीसी ने समाधान शिविर में ही मौजूद शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को पीआईडी में नाम दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
दुर्गा कॉलोनी निवासी ओमपति ने डीसी से फरियाद करते हुए कहा कि उनके बेटे की कैंसर से मौत हो गई है, अब उनके परिवार पहचान पत्र में आय कम की जाए, इस पर डीसी ने तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करवाई। गांव मोरखी निवासी हरिकेश ने डीसी ने बताया कि उनके खेत में करीब 30 एकड़ में लगते नाले का निर्माण नहीं किया जा रहा है, जबकि यह कार्य बारिश आने से पहले किया जा सकता है। इस पर डीसी ने काढ़ा को अतिशीघ्र आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए, जिस पर हरिकेश ने डीसी का आभार जताया। गांव मोखरी खेड़ी निवासी सीमा ने डीसी के समस्या रखी कि उनके पति कारागार में हैं। उनके चार बच्चे शहर के एक स्कूल में पढ़ते हैं, अब वे इस स्कूल से किसी अन्य स्कूल में दाखिला करवाना चाहती है, लेकिन स्कूल एसएलसी नहीं दे रहा है। इस पर डीसी ने तुरंत संज्ञान लिया और कार्रवाई के आदेश दिए। इस दौरान डीएमसी वीरेंद्र सहरावत, सीईओ जिला परिषद डॉ. किरण, एसडीएम राकेश सैनी, डीएसपी गीतिका जाखड़, बिजली निगम अधीक्षण अभियंता जितेंद्र ढ़ुल, डीआरओ राज कुमार, डीडीपीओ संदीप भारद्वाज, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलोचना कुंडू व सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।