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हरियाणा के स्कूलों में गुड मॉर्निंग बोलने पर लगी पाबंदी, अब छात्र बोलेंगे जय हिंद, शिक्षा मंत्री ने जारी किए निर्देश 

हरियाणा के स्कूलों में गुड मॉर्निंग बोलने पर लगी पाबंदी, अब छात्र बोलेंगे जय हिंद, शिक्षा मंत्री ने जारी किए निर्देश 
 

हरियाणा प्रदेश के अंदर स्कूलों में प्रार्थना के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा गुड मॉर्निंग बोलने पर पाबंदी लगा दी गई है। शिक्षा मंत्री ने आदेश जारी करते हुए कहा कि अब स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान बच्चे अभिवादन में गुड मॉर्निंग व नमस्ते की जगह जय हिंद बोलेंगे।

शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान अभिवादन मैं बच्चों द्वारा बोले जाने वाले गुड मॉर्निंग सर/मेम को बदलने के निर्देश दिए हैं। हरियाणा प्रदेश के करनाल में हुई जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचीं शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा नहीं यह निर्देश जारी करते हुए  सभी स्कूल प्रबंधकों और मुखिया से जय हिंद अभिवादन शुरू करवाने को कहा है।

ज्ञात हो कि स्कूल में प्रार्थना सभा के दौरान सुबह मंच पर अध्यापकों के आने पर और  कक्षा कक्ष में पहुंचने पर पहले पीरियड के दौरान बच्चे गुड मॉर्निंग मैम/सर बोलकर अभिवादन करते हैं। लेकिन अब शिक्षा मंत्री के निर्देशों के बाद सभी सरकारी स्कूल सहित सभी प्राइवेट स्कूलों में भी अध्यापकों के अभिवादन के दौरान बच्चों को जय हिंद कहना होगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभिवादन बदलने के पीछे बच्चों में देश प्रेम व देश भक्ति की भावना जागृत करना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा प्रदेश में 14 हजार से अधिक स्कूलों में लगभग 25 लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

हरियाणा में पदोन्नति के लंबित मामलों का होगा निपटारा


हरियाणा प्रदेश में अब शिक्षकों की पदोन्नति के लंबित पड़े मामलों का जल्द निपटारा होने जा रहा है। ऐसा हम इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि करनाल में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने पदोन्नति के लंबित मामलों का जल्द निपटारा करने की घोषणा की है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में सरकार मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। शिक्षा मंत्री के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी अपने कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र को नई दिशा देने का काम किया है। सीमा तिरखा ने कहा कि बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाने और सशक्त करने हेतु सरकार स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षकों की कमी दूर करने का भी निरंतर प्रयास कर रही है।