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कृष्ण सुदामा चैरिटी फाऊंडेशन संस्था के द्वारा बेसहारा पशुओं, पक्षियों की प्यास बुझाने की बड़ी पहल

  

कृष्ण सुदामा चैरिटी फाऊंडेशन संस्था के द्वारा बेसहारा पशुओं, पक्षियों की प्यास बुझाने की बड़ी पहल

  

 

जींद शहर और इसके आस-पास की जगहों पर बेजुबान व बेसहारा पशुओं और पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए जींद शहर की संस्था कृष्ण सुदामा चैरिटी फाऊंडेशन ने 2 वर्ष पूर्व जो बीड़ा उठाया था, अब वह एक अभियान बन गया है। इस समाज सेवा के कार्य में अनेक लोग जुड़ रहे हैं। पहले जो बेसहारा पशु व पक्षी पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसते थे और मजबूरी में गंदा पानी पीते थे या पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते रहते थे।

उनकी प्यास स्वच्छ पेयजल से बुझाने के लिए कृष्ण सुदामा चैरिटी फाऊंडेशन के प्रयास सार्थक सिद्ध हुए। इस संस्था ने 21 फरवरी 2022 को अपनी संस्था का रजिस्ट्रेशन करवाया और एक टाटा ए एस वाहन खरीदा और 17 अप्रैल 2022 को 21 पानी के प्वांइटों से बेसहारा पशुओं और पक्षियों को पानी पिलाने के कार्य का शुभारम्भ किया। अब तक संस्था 151 पानी के प्वाइंट बना चुकी है।

जहां रोजाना लगभग 11 हजार लीटर पानी से बेसहारा पशुओं और पक्षियों की प्यास बुझाने का काम किया जाता है। इस काम के लिए टाटा ए एस में पानी की बड़ी टंकी रखकर सीमेंट के बने घेरों में पानी डाला जाता है, जहां बेसहारा पशु और पक्षी इस भीषण गर्मी में अपनी प्यास बुझाते हैं। इसके अलावा संस्था अभी तक 2000 से ज्यादा पक्षियों के लिए पानी के कसोरे लोगों को मुफ्त में वितरित कर चुकी है।

इन प्वाइंटों पर रखवाए गए हैं पीने के पानी के घेरे

कृष्ण सुदामा चैरिटी फाऊंडेशन संस्था ने शहर के बीड़ बड़ा वन में वन्य प्राणियों के लिए रखवाया गया पीने के पानी का घेरा। हांसी रोड पर बीड़ बड़ा वन में 40 प्वाइंटों पर पीने के पानी के घेरे रखवाए हैं। बीड़ बड़ा वन में हजारों की संख्या में बंदर तथा दूसरे जानवर रहते हैं। लाखों की संख्या में परिंदे भी 120 एकड़ से ज्यादा में फैले बीड़ बड़ा वन में बसेरा करते हैं।

इनकी प्यास साफ पानी से बुझाने के लिए संस्था ने 40 प्वाइंटों पर सीमैंट के घेरों की व्यवस्था की है। हर रोज इनमें साफ पानी भरा जाता है। इसके अलावा भिवानी रोड, रोहतक रोड, गोहाना रोड, सफीदों रोड, हांसी रोड, सैक्टर 7, 8, 9 और 11, जिला कोर्ट के सामने के हुडा के जिला शापिंग सेंटर, नई सब्जी मंडी जैसे स्थानों पर भी बेजुबान और बेसहारा पशुओं-पक्षियों के लिए पीने के पानी के घेरे संस्था ने रखवाए हैं।

संस्थापक जय भगवान यादव का कहना है कि आज सबसे ज्यादा जरूरत पानी बचाने की है, क्योंकि जल नहीं तो कल नहीं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह गर्मी के इस मौसम में अपने घर की छत पर परिंदों के लिए कसोरों में जल रखें और स्वयं भी स्वच्छ जल पीएं तथा पानी का दुरुपयोग न करें। बेमतलब गलियों को न धोएं, अपनी कार भी कपड़े से साफ करें न कि पानी से बार-बार कार को धोएं, छत पर पानी की टंकी भरने का अलार्म लगाएं ताकि व्यर्थ में जल न बहे।