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सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां ! इस दिन से खुलने जा रहे इस खास एक्सप्रेसवे के द्वार 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में बताया कि इस परियोजना का 82% काम पूरा हो चुका है और बाकी काम अक्टूबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
 

Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में बताया कि इस परियोजना का 82% काम पूरा हो चुका है और बाकी काम अक्टूबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
 
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1386 किलोमीटर है और इसे 53 पैकेज में विभाजित किया गया है। इनमें से 26 पैकेज पूरे हो चुके हैं और अन्य पर काम चल रहा है। अभी तक 1136 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है।
 
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के महारानी बाग से शुरू होकर महाराष्ट्र के जेएनपीटी तक जाएगा और इसे आठ लेन का बनाया जा रहा है, जिसे भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
 
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे छह राज्यों - दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को जोड़ता है। यह एक्सप्रेसवे इन राज्यों के महत्वपूर्ण शहरों को आपस में जोड़ेगा:

दिल्ली
फरीदाबाद
अलवर
दौसा
कोटा
मंदसौर
रतलाम
दाहोद
गोधरा
वडोदरा
सूरत
वलसाड
वापी
विरार
मुंबई
 
इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से लोगों को दोनों महानगरों के बीच आने-जाने में कम समय लगेगा। इससे यात्रा समय में कमी आएगी और व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है और इसके पूरा होने के बाद यह भारत के सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक होगा। यात्रियों को अक्टूबर 2025 तक इस अद्वितीय सुविधा का पूरा लाभ उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए।