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हरियाणा के साथ दिल्लीवालों को लगा बड़ा झटका, अब यहां नहीं बनेगा फ्लाईओवर, जानिए वजह 

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के डीएम की रिपोर्ट को भी व्यवहार्यता रिपोर्ट में शामिल किया गया है। डीएम ने रिपोर्ट में कहा है कि इस सड़क के दोनों ओर भयंकर अतिक्रमण है, जिसे हटाना एक बड़ी चुनौती है।
 

indih1, नई दिल्लीः नजफगढ़ फिरनी रोड पर जाम को खत्म करने के लिए 4.8 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर को गिराया गया है। अब फिरनी रोड पर जाम को समाप्त करने के लिए केवल अतिक्रमणों को हटाया जाएगा, ताकि सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा सके। व्यवहार्यता रिपोर्ट आने के बाद इस फ्लाईओवर योजना को खारिज कर दिया गया है। 


लाजमी है की दिल्लीवालों के साथ साथ हरियाणा और अन्य राज्य के लोग भी यहां से सफर करते तो आसानी होती 

फिरनी रोड पर फ्लाईओवर बनाने के प्रस्ताव को पिछले साल जनवरी में मंजूरी दी गई थी। योजना को मंजूरी मिलने के बाद, एक व्यवहार्यता अध्ययन किया गया, जिसके बाद योजना को छोड़ दिया गया। फिरनी रोड पर जाम का असर नजफगढ़ फिरनी रोड बाहरी दिल्ली की प्रमुख सड़कों में से एक है।

सड़क की लंबाई केवल 730 मीटर है, लेकिन यह बाहरी दिल्ली की कई प्रमुख सड़कों से जुड़ी हुई है। नजफगढ़-बहादुरगढ़ रोड, नजफगढ़-धनसा रोड, नजफगढ़-नांगलोई रोड, ओल्ड खैरा रोड, नजफगढ़ रोड और गुड़गांव-बजघेड़ा रोड पर ट्रैफिक जाम की सूचना मिली है। पिछले साल जनवरी में पीडब्ल्यूडी ने फिरनी रोड पर 4.8 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया था।

इस प्रस्ताव को पिछले साल जनवरी में मंजूरी दी गई थी। उन्हें व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए भी कहा गया था।

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के डीएम की रिपोर्ट को भी व्यवहार्यता रिपोर्ट में शामिल किया गया है। डीएम ने रिपोर्ट में कहा है कि इस सड़क के दोनों ओर भयंकर अतिक्रमण है, जिसे हटाना एक बड़ी चुनौती है। अतिक्रमण पूरी तरह से हटने के बाद ही फ्लाईओवर का निर्माण संभव होगा। व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करने वाली एजेंसी ने सुझाव दिया है कि अतिक्रमण के अलावा इस सड़क पर कई निजी संपत्तियां हैं, जो सड़क के रास्ते में आ रही हैं।

इन संपत्तियों के अधिग्रहण के बिना फ्लाईओवर का निर्माण संभव नहीं होगा। यातायात पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बसों के कारण नजफगढ़ फिरनी रोड पर बहुत भीड़भाड़ है। इस सड़क पर कई बस डिपो भी बनाए गए हैं, जिसके कारण बसें सड़क पर खड़ी हैं। इन बस डिपो को स्थानांतरित करके बनाया गया फ्लाईओवर का निर्माण संभव नहीं होगा।

इतना ही नहीं, दिल्ली गेट नामक एक पुरानी विरासत संरचना है। अगर फ्लाईओवर बनता है तो इसके लिए भी एनओसी लेनी होगी।

यूईआर-1 और यूईआर-2 यातायात के दबाव को कम करेंगे
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अर्बन एक्सटेंशन रोड-1 (यूईआर-1) और यूईआर-2 नजफगढ़ फिरनी रोड के पास से गुजर रहे हैं। इन दोनों सड़कों के पूरा होने के बाद भविष्य में नजफगढ़ फिरनी रोड पर वाहनों का दबाव कम होगा। इससे यातायात जाम में कमी आएगी। अगर नजफगढ़ फिरनी रोड पर अतिक्रमण पूरी तरह से हटा दिया जाए और सड़क की चौड़ाई बढ़ा दी जाए, तो जाम से काफी हद तक राहत मिल सकती है।