जिला समन्वयक एफएलएन राजेश वशिष्ठ ने किया एफएलएन कक्षाओं का अवलोकन
जींद में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत फाउंडेशनल लिट्रेशी एंड नयुमरेशी द्वारा बालवाटिका से पांचवी कक्षा के बच्चों के लिए स्थाई ज्ञान देने के लिए विभिन्न गतिविधियों के प्रयोग से खेल-खेल में शिक्षा व पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला समन्वयक एफएलएन राजेश वशिष्ठ ने बताया कि जिला स्तर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक एफएलएन, प्राचार्य डाईट, एपीसी, डाईट प्रवक्ता द्वारा व खंड स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी, खंड संसाधन संयोजक, एबीआरसी व बीआरपी द्वारा विद्यालयों में जाकर एफएलएन कक्षाओं का अवलोकन किया जा रहा है।
बच्चों का बौद्धिक स्तर कक्षा कक्ष से अधिक पाना एक सराहनीय संकेत
जिला समन्वयक एफएलएन राजेश वशिष्ठ व एबीआरसी अमनदीप ने दालमवाला कलस्टर के दो विद्यालयों राजकीय प्राथमिक विद्यालय दालमवाला व राजकीय कन्या मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय दालमवाला कि एफएलएन कक्षाओं का अवलोकन किया गया जिसमे शिक्षकों द्वारा बच्चों को नए शिक्षण सत्र के आरम्भ से ही शिक्षक संदर्शिका का प्रयोग, वर्क बुक नियमित चैक, कमजोर बच्चों को अलग से 30 मिनट का अतिरिक्त समय, कक्षा कक्ष में प्रिंट रिच, सभी बच्चों कि अनिवार्य भागीदारी, लो कोस्ट टीएलएम का प्रयोग, मेरा सफर ट्रेकर को प्रतिदिन भरना, शिक्षक डायरी प्रतिदिन लिखना, रीडिंग कोर्नर, धाराप्रवाह पठन, नवाचारों का प्रयोग बहुत अच्छे तरीके से करवाया हुआ पाया गया। बच्चों का बौद्धिक स्तर कक्षा कक्ष से अधिक पाना एक सराहनीय संकेत है जिससे पता लगा कि बच्चों में ओरों से अलग आत्म विश्वास मिला। जिले में बेस्ट एफएलएन विद्यालय, स्टार टीचर, निपुण छात्र संख्या कि पहचान की जा रही है।