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हरियाणा साहित्य और संस्कृति अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने किया सम्मानित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति

Dr. Dharamdev Vidyarthi, Director of Haryana Academy of Literature and Culture, was honored by Shiromani Gurdwara Management Committee.
 

हरियाणा साहित्य और संस्कृति अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति, हरियाणा द्वारा लाखन माजरा, रोहतक गुरुद्वारा में सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों के शहादत दिवस को भारत सरकार द्वारा वीर बाल दिवस घोषित करवाने के प्रयासों के लिए दिया गया है।

 

याद रहे कि डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने 2017 से 20 21 तक जींद में रहते हुए लगातार संघर्ष किया था जिसमें उन्होंने स्कूली बच्चों के द्वारा दो लाख पत्र लिखवा कर प्रधानमंत्री जी को भेज कर मांग की थी कि देश धर्म पर बलिदान होने वाले बच्चों के बलिदान को सरकार और समाज से मान्यता नहीं मिली है इनमें से गुरु गोविंद सिंह के बच्चों बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह जिन्होंने मात्र 6और 8 वर्ष की अवस्था में सर्वोच्च बलिदान देकर उदाहरण प्रस्तुत किया था।

 

इसलिए उनके बलिदान दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाए। उन्होंने हरियाणा,पंजाब और दिल्ली के मुख्यमंत्री को भी हजारों पत्र लिखवाया थे। जींद शहर में प्रतिवर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस अपने प्रयासों से मना कर शहर की सभी संस्थाओं को इस अभियान में शामिल किया था । हजारों बच्चों की मानव श्रृंखला बनाकर तथा प्रतिवर्ष जुलूस निकालकर सरकार और समाज का ध्यान इस विषय की ओर आकर्षित किया।

 

उन्होंने देश धर्म पर बलिदान देने वाले 108 बच्चों की जीवनियों का संकलन कर दो पुस्तकों 'नन्हे फरिश्ते' और 'छोटे बच्चे बड़े बलिदान' लिखकर नि:शुल्क रूप से वितरित की। नगरवासियों को साथ लेकर उपायुक्त के माध्यम से प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज कर 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करवाने का प्रयास किया।

अंततः उनके प्रयास रंग ले और प्रधानमंत्री जी ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की जिस पर सिख समुदाय ने हार्दिक प्रसन्नता प्रकट की थी तथा सिख समाज की ओर से डॉ. धर्मदेव को राज्य स्तर पर सम्मानित करने की घोषणा भी की थी।