{"vars":{"id": "100198:4399"}}

जींद जिले के मालवी गांव में निकासी व्यवस्था नहीं होने से नरकीय जीवन जीने को मजबूर, ग्रामीणों में रोष

जींद जिले के मालवी गांव में निकासी व्यवस्था नहीं होने से नरकीय जीवन जीने को मजबूर, ग्रामीणों में रोष
 

जुलाना क्षेत्र के मालवी गांव में निकासी व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मालवी गांव निवासी अशोक कुमार पंच, जयभगवान, जागेराम, धर्मेंद्र पहलवान ने बताया कि गांव की गली से ही सभी महिलाओं को पानी लाने के लिए इसी रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है। खेतों से भी घास व अन्य काम के लिए इसी रास्ते से जाना पड़ता है। बरसात के मौसम में कई बार बाइक चालक गिरकर घायल भी हो चुके हैं। कई बार इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से भी की गई लेकिन कोई भी समधान नही हो पाया ग्रामीणों को केवल कोरा आस्वासन ही हाथ लगा है। प्रशासन के रवैये को लेकर ग्रामीणों में रोष बना हुआ हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द समस्या का समाधान नही हुआ तो वो इसकी शिकायत उपायुक्त से करेंगे।


मामला कल ही संज्ञान में आया था। ग्राम सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द निकासी व्यव्स्था का प्रबंध करें ताकि ग्राणीणों को कोई परेशानी ना हो।
---प्रतीक जांगड़ा, बीडीपीओ जुलाना।

जुलाना के लंगरघर पर रविवार को होगी पूर्व सैनिकों की बैठक
लगाया जाएगा स्वास्थ्य जांच शिविर
  
जुलाना कस्बे के लंगरघर पर पूर्व सैनिकों की एक बैठक का रविवार को आयोजन किया जाएगा। आशय की जानकारी देते हुए पूर्व सैनिक विरेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को कस्बे के लंगरघर में बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें पूर्व हलके के पूर्व सैनिक भाग लेंगे। विरेंद्र कुमार ने कहा कि पूर्व सैनिकों के स्वास्थ्य की जांच के लिए चिकित्सकों की टीम भी पहुंचेगी जोकि जांच के साथ निशुल्क दवाएं भी देगी। विरेंद्र लाठर ने कहा कि पूर्व सैनिकों की मांग है कि जुलाना में पूर्व सनिकों के लिए कैंटीन बनाई जाए ताकि उन्हें जींद या रोहतक के चक्कर काटने से छुटकारा मिल सके।