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Expressway: उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और पर्यटन को चार चाँद लगाने वाला मेगा प्रोजेक्ट ! सुहाने होंगे रास्ते, देखें डीटेल 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्देश्य न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है, बल्कि बुंदेलखंड धाम में पर्यटन को भी बढ़ावा देना है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण यूपीईआईडीए (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) द्वारा किया जा रहा है और इसका कुल मूल्य ₹14,716 करोड़ है।
 

Bundelkhand Expressway: उत्तर प्रदेश के प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्देश्य न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है, बल्कि बुंदेलखंड धाम में पर्यटन को भी बढ़ावा देना है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण यूपीईआईडीए (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) द्वारा किया जा रहा है और इसका कुल मूल्य ₹14,716 करोड़ है।

296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत चित्रकूट जिले के गोंडा गाँव से होगी और इसका अंत इटावा जिले के कुदरैल गाँव में होगा। यह एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, जिससे दिल्ली और एनसीआर के साथ सुगम यातायात कनेक्टिविटी मिलेगी। इस परियोजना को छह पैकेजों में विभाजित किया गया है, ताकि इसे समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा किया जा सके।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर थर्मोप्लास्टिक लाइनिंग के साथ सुरक्षा पसलियों का निर्माण किया गया है। ये सुरक्षा पसलियां चालक को सड़क से फिसलने के बारे में सचेत करेंगी। यह तकनीक सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने में अत्यंत उपयोगी साबित होगी, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे न केवल उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि इससे बुंदेलखंड धाम में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस मेगा प्रोजेक्ट से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और आर्थिक प्रगति के नए रास्ते भी खुलेंगे। सड़क सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम इस एक्सप्रेसवे को और भी अधिक सुरक्षित बनाएंगे, जिससे यातायात और पर्यटन दोनों में वृद्धि होगी।