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Jind News: नहरी पानी की मांग को लेकर पांच गांवों ने रोका नेशनल हाइवे, बड़ौदा-खटकड़ के बीच नेशनल हाइवे पर लगाया जाम

Jind News: नहरी पानी की मांग को लेकर पांच गांवों ने रोका नेशनल हाइवे, बड़ौदा-खटकड़ के बीच नेशनल हाइवे पर लगाया जाम
 

Jind News: जींद जिले में नहरी पानी की मांग को लेकर पांच गांवों के किसानों ने बड़ौदा-खटकड़ के बीच नेशनल हाइवे को दोनों तरफ से जाम कर दिया। 11 बजकर 30 मिनट के आस-पास कसूहन, बड़ौदा खटकड़, रोजखेड़ा, घोघडिय़ा के किसान हाइवे पर पहुंचे। किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोड को जाम कर दिया।

आस-पास के गांव के लिंक रोड से होकर वाहन चालकों ने जाम खुलने तक आवागमन किया। जाम लगने के चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लग गई। जाम लगने की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन साथ पहुंचा। किसानों को जाम खोलने को लेकर पुलिस प्रशासन बातचीत करता रहा  लेकिन किसान नहरी विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। 

नहरी पानी टेल तक पानी पहुंचने का आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने रास्ता खोला रास्ता


नहरी पानी टेल के अंत तक पहुंचने के आश्वासन के बाद ही किसान जाम खोलने को तैयार हुए।  नहरी विभगा के एक्सईएन सौरभ गर्ग मौके पर पहुंचे। किसानों को नहरी पानी चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने एवं टेल के अंत तक पानी पहुंचे इसके लिए रजबाहा की सफाई करवाने के आश्वासन पर किसान जाम खोलने को तैयार हुए। 1 बजकर 30 मिनट पर किसानों ने जाम खोला।


सुखबीर बड़ौदा, नरेश कसूहन, रौनक चंद, महाबीर, मंदीप ने कहा कि बरसोला से एल-1, 2, 3  रजबाहा में पानी जाता है। जो गांव टेल पर है वहां तक पानी पहुंचे छह महीने हो गए है। खेतों में एक बार भी नहरी पानी से फसल की सिंचाई नहीं कर सकें है। पीछे से नहरी पानी कम छोड़ा जा रहा है तो बारसाती पानी के मोगे लगाए जाने से भी पानी टेल तक नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में धान के साथ-साथ कपास की फसल भी किसानों की खराब हो रही है।

मांग ना मानने से परेशान किसानों ने रोका रास्ता


किसानों ने कहा कि हम बार-बार मांग करके थक चुके है लेकिन उनकी मांग की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों को खेत में होना चाहिए लेकिन किसान मजबूरी में सडक़ पर आ गए है। मजबूरी में जाम लगाना पड़ा है जब खेतों में फसल खराब होने लगी है। टेल पर पानी पहुंचाने के पुख्ता प्रबंध शासन, प्रशासन करें। छह महीने से टेल पर नहरी पानी दिखाई भी नहीं दिया है। किसान की फसल नहरी पानी पर आधारित है। नहरी पानी नहीं आने से फसल खराब होने लगी है। किसान पहले ही इस बार बारिश कम होने से परेशान है अब नहरी पानी भी उसे उसके हिस्से का नहीं दिया जा रहा है।