पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने उचाना हलके का दौरा कर विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरा
जींद जिले के उचाना हलके के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने सुदकैन खुर्द, सुदकैन कलां गांव के दौरे किए। यहां पर अनेकों परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान
पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र ने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की।
केंद्र, प्रदेश सरकार के अलावा क्षेत्रीय दलों पर निशाना साधा। उन्होंने रणजीत चौटाला के बिजली मंत्री विधायक पद छोड़ने के बाद भी रहने पर कहा कि रणजीत सिंह मुख्यमंत्री के विश्वासनीय है इसलिए शायद अब भी है वो मंत्री क्योंकि बिना चुनाव लड़े छह महीने तक मंत्री रहा जा सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में 1 लाख 50 हजार के आस-पास ही चुनाव जीतने पर बोलते हुए पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की बीते लोकसभा के मुकाबले कम हुई जीत है उनके लिए सोचने का विषय है। भाजपा को यूपी में मिली सबसे बड़ी हार पर भी विचार करना चाहिए।
इस बार राम मंदिर के नाम, धर्म के नाम की नहीं मिली भाजपा को वोट
प्रदेश में विस चुनाव में क्षेत्रीय दलों की भूमिका पर बोलते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रीय दलों का कोई जनाधार नहीं है। प्रदेश में दो ही पार्टियों में कांग्रेस, भाजपा में मुकाबला होता है। इनेलो, जेजेपी दोनों के वोट लोकसभा के मिला लिए जाए तो 3 प्रतिशत भी नहीं होते। राज्यसभा चुनाव को लेकर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि ये विपक्ष को बड़ा अवसर मिला है।
सरकार के अविश्वास प्रस्ताव से पहले ये अवसर विपक्ष के सामने है उसमें प्रयास करके जरूरत पड़े तो दूसरे दलों से बातचीत करके भाजपा को हरा सकते हैं।
केंद्र में बनी गठबंधन की सरकार को लेकर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि कई बार बड़े मुद्दे होते है जिनके जो सहयोग दल होते है वो खुश नहीं होने पर सरकार को परेशानी होती है।
गठबंधन सरकार चलती भी बहुत है, गिरती भी बहुत है। भाजपा ने असली एजेंडा दूसरे टर्म की सरकार में अपनाया है। कुछ मुद्दे और है जिसको लेकर आने के प्रयास में वो है उन मुद्दों को लेकर चलाने का प्रयास करेंगे तो मुझे लगता है जो उनके सहयोगी दल है उन मुद्दों को लेकर उनके लिए बहुत कठिन होगा। भाजपा के 90 दिन के रोडमैप पर बोलते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि जब जरूरत थी तो कुछ नहीं किया।
अब वो कुछ कर ले कोई रोड मैप उनके काम नहीं आएगा। भाजपा की करारी हार विधानसभा चुनाव में होगी। पूर्व सीएम मनोहर लाल द्वारा संविधान खत्म होने के नाम पर कांग्रेस द्वारा बोले गए झूठ के बारे में लोगों को बताने के बयान के सवाल पूर्व सांसद ने कहा कि उनको ये चीज समझनी चाहिए कि इस देश का बहुत बड़ा वर्ग है जिसको जो भी शक्ति मिली है वो संविधान से मिली है।
यदि उनके दिमाग में ये चीज घर कर गई कि इस चुनाव में संविधान को खतरा है, संविधान को बदला जा सकता है। जिसमें उनका हित जो बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान में मिला है उसमें कुठाराघात होने की संभावना है। यदि भाजपा उसका और प्रचार करेंगे तो ये भावना और ज्यादा मुखर होगी और ज्यादा प्रबल होगी। भाजपा अगर अपने पांव पर खुद कुल्हाड़ी मारनी चाहती है तो इनका स्वागत है।