महाराष्ट्र के पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी गई, जानें इस महा-परियोजना के बारे में सब कुछ
Vadhavan Port: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रख दी है। इस महत्त्वपूर्ण परियोजना की कुल लागत लगभग ₹76,000 करोड़ रुपये है। यह बंदरगाह भारत के समुद्री व्यापार और आर्थिक विकास में क्रांति लाने का लक्ष्य रखता है। आइए जानते हैं इस परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी और इसके संभावित लाभों के बारे में।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत के समुद्री व्यापार को बढ़ावा देना है। यह बंदरगाह अंतरराष्ट्रीय नौवहन मार्गों से सीधा संपर्क प्रदान करेगा, जिससे पारगमन समय और लागत में कमी आएगी। वाधवन बंदरगाह निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति करेगा:
बड़े कंटेनर जहाजों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वाधवन बंदरगाह में गहरी गोदी और कुशल कार्गो हैंडलिंग सुविधाएं होंगी। यह परियोजना 12 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। यह बंदरगाह भारत की समुद्री कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा और इसे एक वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
वाधवन बंदरगाह परियोजना स्थानीय समुदायों को रोजगार और व्यापार के अवसर प्रदान करेगी। इस परियोजना के निर्माण के दौरान पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने के लिए सतत विकास व्यवहारों को अपनाया जाएगा। परियोजना का उद्देश्य पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना और पारिस्थितिकीय मानकों का पालन करना है।
वाधवन बंदरगाह परियोजना, पीएम गति शक्ति कार्यक्रम के उद्देश्यों के साथ संरेखित होकर, भारत के समुद्री व्यापार में क्रांति लाएगी। यह बंदरगाह भारत की समुद्री शक्ति को बढ़ाएगा और देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस बंदरगाह के निर्माण से महाराष्ट्र अगले 50 वर्षों तक व्यापार और उद्योग में शीर्ष पर बना रहेगा।